फैमिली फ्रैंडली फिल्मों में मलयालम सिनेमा का दबदबा, भोजपुरी इंडस्ट्री पीछे

सिनेमा जगत में अलग-अलग जॉनर की फिल्में बनाई जाती हैं, लेकिन फैमिली फ्रैंडली मूवीज ऑडियंस की पहली पसंद रहती हैं। ये फिल्में सभी उम्र के दर्शकों के लिए मनोरंजन का मुख्य साधन होती हैं। केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (CBFC) इन फिल्मों को यू/U सर्टिफिकेट देता है, जिससे यह सभी के लिए उपयुक्त मानी जाती हैं।
मलयालम सिनेमा में बढ़त
अन्य भाषाओं में फैमिली फिल्में
मलयालम और तमिल के बाद उड़िया और गुजराती फिल्मों में भी फैमिली फ्रैंडली फिल्मों का बोलबाला देखा गया। उड़िया फिल्मों में लगभग 42 प्रतिशत फिल्मों को यू सर्टिफिकेट मिला, जबकि गुजराती फिल्मों ने भी पारिवारिक फिल्मों में अच्छा योगदान दिया। इन भाषाओं में पारिवारिक और सभी उम्र के लिए उपयुक्त फिल्में देखने को मिलती हैं।
भोजपुरी सिनेमा में कमी
वहीं, पारिवारिक फिल्मों के मामले में भोजपुरी सिनेमा पिछड़ा रहा। पिछले 8 साल में इस इंडस्ट्री की तरफ से सबसे कम यू सर्टिफिकेट वाली फिल्में पेश की गई। ऐसे में भोजपुरी फिल्मों को परिवार के साथ बैठकर देखना मुश्किल हो गया है। फैमिली फ्रैंडली कंटेंट के मामले में भोजपुरी इंडस्ट्री को सुधार की आवश्यकता है।
CBFC सर्टिफिकेट का मापदंड
केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड तीन प्रकार के सर्टिफिकेट जारी करता है:
U/U – सभी उम्र के लिए उपयुक्त
UA/UA – 12 साल से ऊपर के बच्चों के लिए माता-पिता के मार्गदर्शन के साथ
A/A – केवल वयस्क दर्शकों के लिए
फैमिली फिल्म्स बनाने वाली भाषाओं में U/U सर्टिफिकेट वाली फिल्मों की संख्या दर्शाती है कि किस इंडस्ट्री ने परिवार के मनोरंजन को प्राथमिकता दी।