मुजफ्फरनगर टोल प्लाजा हत्या कांड: डिप्टी मैनेजर की बेरहमी की थी हत्या, मुठभेड़ में अब तक चार गिरफ्तार

घटना गुरुवार को तब शुरू हुई, जब छपार टोल प्लाजा के मैनेजर मुकेश चौहान और डिप्टी मैनेजर अरविंद पांडे ने दो टोल कर्मियों, शुभम चौधरी और शेखर, को देर से आने पर टोका। इससे नाराज होकर टोल कर्मियों ने अपने साथियों के साथ मिलकर दोनों मैनेजरों की लाठी-डंडों से पिटाई की। इसके बाद, अरविंद पांडे का अपहरण कर लिया गया और उनकी हत्या कर शव को मेरठ के जानी क्षेत्र में अर्धनग्न अवस्था में फेंक दिया गया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मृत्यु का कारण गला घोंटना (स्ट्रैंगुलेशन) और गंभीर चोटें सामने आई हैं।
इस सनसनीखेज घटना के बाद, मुजफ्फरनगर के एसएसपी संजय कुमार वर्मा ने हत्यारों की गिरफ्तारी के लिए एसपी सिटी और सीओ के नेतृत्व में तीन विशेष टीमें गठित कीं। शुक्रवार देर रात हुई मुठभेड़ में पुलिस ने शुभम चौधरी, शेखर और उनके एक अन्य साथी को गिरफ्तार किया था, जिसमें शुभम और शेखर घायल हुए थे। शनिवार देर शाम छपार थाना पुलिस ने एक टिप-ऑफ के आधार पर अभियुक्त राजन को स्विफ्ट डिजायर कार में पकड़ने की कोशिश की। राजन ने पुलिस पर फायरिंग की, जिसके जवाब में पुलिस की आत्मरक्षार्थ कार्रवाई में उसके बाएं पैर में गोली लगी। उसे घायल अवस्था में हिरासत में लेकर अस्पताल में भर्ती कराया गया।
एसएसपी संजय कुमार वर्मा का बयान
एसएसपी संजय कुमार वर्मा ने बताया कि राजन, जो बागपत का निवासी है, इस हत्याकांड का एक मुख्य अभियुक्त है। उसके पास से 315 बोर का तमंचा, कारतूस और दिल्ली नंबर की स्विफ्ट डिजायर कार बरामद की गई, जो घटना में प्रयुक्त थी। उन्होंने कहा, "पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए अभियुक्तों को पकड़ा। इस मामले में गैंगस्टर एक्ट और एनएसए तक की कार्रवाई सुनिश्चित की जा रही है। हम अपराधियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई के लिए प्रतिबद्ध हैं।"
पुलिस के अनुसार, शराब के नशे में टोल कर्मियों ने पहले मैनेजरों पर हमला किया और फिर अरविंद पांडे का अपहरण कर उनकी हत्या कर दी। शव को मेरठ के जानी क्षेत्र में फेंककर अपराधियों ने पुलिस को खुली चुनौती दी थी। इस मामले में अब तक चार अभियुक्तों—शुभम चौधरी, शेखर, उनके एक अन्य साथी और राजन—को गिरफ्तार किया जा चुका है। पुलिस अन्य संभावित संलिप्त लोगों की तलाश में छापेमारी कर रही है।
पुलिस ने अभियुक्तों के खिलाफ हत्या, अपहरण, और अवैध हथियार रखने सहित कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। स्थानीय लोगों ने इस त्वरित पुलिस कार्रवाई की सराहना की है और इसे क्षेत्र में कानून-व्यवस्था मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया है। मुजफ्फरनगर पुलिस ने स्पष्ट किया कि अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।