बलिया में सियासी भूचाल: स्वामी प्रसाद मौर्य ने धर्मगुरु रामभद्राचार्य को घेरा, विवाद बढ़ा

स्वामी प्रसाद मौर्य ने रामभद्राचार्य की टिप्पणी को समाज को तोड़ने वाला और भड़काऊ बताया।
उन्होंने कहा कि अगर कोई कहता है कि मुस्लिम औरतें 25 बच्चे पैदा कर रही हैं, तो ये सफेद झूठ है। और अगर वाकई ऐसा हो भी रहा है, तो किसी और को कौन रोक रहा है?"
इतना ही नहीं, मौर्य ने धर्मगुरु की मानसिकता पर भी सवाल खड़े किए और कहा कि "रामभद्राचार्य की सोच सड़ी-गली है। इस तरह के बयान नफरत फैलाने के लिए दिए जाते हैं।"
इस बयान ने प्रदेश की राजनीति में हलचल तेज कर दी है। जहां कुछ राजनीतिक दलों ने स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान को "सच्चाई की आवाज़" कहा, वहीं कुछ ने इसे "धर्मगुरु पर निजी हमला" करार दिया है।
हाल ही में आयोजित एक धर्मसभा में रामभद्राचार्य ने कहा था कि "मुस्लिम महिलाएं जानबूझकर अधिक बच्चे पैदा कर रही हैं, ताकि संख्या बल से देश में असर बढ़ाया जा सके।"
इस बयान का वीडियो वायरल होने के बाद कई राजनीतिक और सामाजिक संगठनों ने इसकी आलोचना की थी।
राजनीतिक गलियारों में अब ये चर्चा जोरों पर है कि क्या इस बयान को लेकर कोई कानूनी कार्रवाई होगी या नहीं। वहीं, समाजवादी पार्टी के नेता इसे "संविधान के खिलाफ" बताते हुए धार्मिक नफरत फैलाने का मामला बता रहे हैं।