गाजियाबाद। फार्मर रजिस्ट्री कराने में लोनी के किसान सबसे फिसड्डी निकले। सबसे आगे सदर तहसील के किसान हैं और दूसरे नंबर पर मोदीनगर के किसानों ने फार्मर रजिस्ट्री कराई हैं। हालांकि, कृषि विभाग की ओर से रजिस्ट्री कराने के लिए लगातार गांवों में शिविर भी लगाए जा रहे हैं। 100 फीसदी किसानों की फार्मर रजिस्ट्री कराने के लिए विभाग ने अब सीएससी के अलावा गन्ना समिति का भी सहयोग लिया है।
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जिला उपकृषि निदेशक रामजतन मिश्रा ने बताया कि तहसील में लेखपालों, कानूनगो व ग्राम विकास अधिकारी से सहयोग मांगा गया है। जनवरी के अंत तक लक्ष्य को पूरा कर लिया जाएगा। किसान सम्मान निधि योजना के तहत जिले में कुल 44,099 किसान पंजीकृत हैं। इसमें फिलहाल 17,317 किसानों ने ही रजिस्ट्री कराई है।
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किसान नेता पप्पी नेहरा ने बताया कि एग्रोटेक वेबसाइट पर जाकर किसानों को अपनी रजिस्ट्री करानी है। लेकिन वेबसाइट काम नहीं कर रही है। जिसकी वजह से काम नहीं हो पा रहा है। उनका कहना है कि सीएससी सेंटर पर किसानों को निशुल्क रजिस्ट्री कराने की सुविधा अधिकारियों को देनी चाहिए। रजिस्ट्री कराने के नाम पर किसानों से 100-150 रुपये लिए जा रहे हैं।
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उपकृषि निदेशक रामजतन मिश्रा ने बताया कि बिना रजिस्ट्री कराए किसी भी किसान को सम्मान निधि का लाभ नहीं मिलेगा। इसके लिए किसानों को upfr.agritack.gov.in पर जाकर आधार के साथ अपना खाता लिंक कराना होगा। इसके बाद किसानों की पूरी जमीन संबंधी जानकारी एकीकृत होगी। अन्य कई योजनाओं का लाभ भी वह आसानी से ले सकते हैं। यह कार्य किसान खुद भी इंटरनेट के जरिये मोबाइल व कंप्यूटर की सहायता से कर सकते हैं।