नयी दिल्ली। सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने गुरुवार को कहा कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में भीड़भाड़ कम करने के प्रयास के तहत शहरी विस्तार सड़क परियोजना-यूईआर-दो का निर्माण किया जा रहा है जिसमे गाजीपुर लैंडफिल से 20 लाख टन प्लास्टिक कचरे का इस्तेमाल किया जाएगा।
श्री गडकरी ने गुरुवार को परियोजना क्षेत्र में निर्माण कार्यों का जायजा लेते हुए कहा कि यह अत्यंत महत्वकांक्षी परियोजना है जिसके निर्माण के बाद पश्चिम एवं दक्षिणी दिल्ली में यातायात के लिए वैकल्पिक मार्ग मिलेगा।
उन्होंने कहा कि इस परियोजना से न केवल दिल्ली की यातायात को सुचारू रूप से संचालित होगा बल्कि प्लास्टिक कचरे से भी महानगर को निजात मिलगी।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इस परियोजना का निर्माण पांच अलग-अलग पैकेज मैं किया जा रहा है और इसके निर्माण पर 7716 करोड़ रुपये की लागत आने का अनुमान है। इसमें गाजीपुर लैंडफिल से 20 लाख टन प्लास्टिक कचरे का उपयोग किया जाएगा।
श्री गडकरी ने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग-344 (पैकेज 1-3) के तहत दिल्ली में एक अतिरिक्त पश्चिमी रिंग रोड विकसित होगी जिसके निर्माण से इंदिरा गांधी हवाई अड्डे पहुंचने में यात्रियों को महज 20 मिनट लगेंगे। उन्होंने कहा कि यह परियोजना द्वारका में प्रस्तावित आईआईसीसी से भी जुड़ रही है इससे दिल्ली में यातायात व्यवस्था भी सुधार होगा।
यूईआर-दो के निरीक्षण के दौरान श्री गडकरी के साथ दिल्ली के उपराज्यपाल श्विनय कुमार सक्सेना, संसद हंसराज हंस, प्रवेश वर्मा, दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता विजेन्द्र गुप्ता तथा कई शीर्ष अधिकारी मौजूद थे।