खट्टी डकार सिर्फ एक असहज लक्षण नहीं, बल्कि पाचन तंत्र गड़बड़ी को भी दिखाती है, ऐसे पाएं छुटकारा
नई दिल्ली। हर मौसम में ज्यादा खाने-पीने से पाचन की समस्या बनी रहती है। सर्दियों में लोग मौसम की वजह से ज्यादा गर्म और तला-भुना खाना खाते हैं, जिससे पाचन शक्ति प्रभावित होती है और खट्टी डकार आने लगती है। आज के समय में खान-पान और खराब जीवनशैली की वजह से खट्टी डकार आना आम परेशानी बन चुका है, लेकिन ज्यादा समय तक परेशानी बने रहने से पेट से जुड़ी बीमारी होने का संकेत मिलता है। खट्टी डकार तब आती है जब पेट में अम्ल ज्यादा बनने लगता है और वह अम्ल ग्रास नली की तरफ बढ़ने लगता है।
शहद की तासीर योगवाही होती है, मतलब जिसके साथ उसे लिया जाता है, वह उसी के गुण ले लेता है। गुनगुने पानी के साथ शहद लेने से पाचन शक्ति मजबूत होती है और गैस और हार्टबर्न जैसी परेशानी कम होती है। इसका सेवन सुबह खाली पेट करना चाहिए। तीसरा, अजवाइन, काला नमक, और नींबू का मिश्रण भी पेट के लिए लाभकारी होता है। यह मिश्रण खाने को पचाने में अच्छे से मदद करता है, जिससे पेट में अम्ल की अत्यधिकता नहीं होती है।
अम्ल उतना ही बनता है, जितना खाना पचाने के लिए आवश्यक है। इसके अलावा, पेट के अम्ल को शांत करने के लिए नारियल पानी का सेवन करना भी लाभकारी होगा। नारियल पानी प्राकृतिक तरीके से ठंडक पहुंचाता है और पाचन में भी मदद करता है। चौथा, सूखा अदरक (सोंठ) और शहद का सेवन भी खट्टी डकार में राहत देता है। ये मिश्रण म्यूकस परत को मजबूत करता है, जिससे पेट में बनने वाला अम्ल म्यूकस परत को नुकसान नहीं पहुंचा पाता है और जलन का अहसास कम होता है।
