मेरठ। खड़ौली गांव में रविवार को धर्मांतरण कराने के आरोप में पकड़े गए पांचों आरोपियों को सोमवार को कंकरखेड़ा पुलिस ने कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने आरोपियों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। पूछताछ में निशा ने पुलिस को बताया कि सहारनपुर निवासी पादरी रवि पास्टर से उसकी मुलाकात पांच साल पहले एक शादी समारोह में हुई थी। पुलिस ने रवि पास्टर की गिरफ्तारी के लिए सहारनपुर में दबिश दी, लेकिन वह हाथ नहीं लगा।
माधवपुरम निवासी निशा भारद्वाज दो महीने से कंकरखेड़ा के खड़ौली गांव में किराए के मकान में रह रही थी। रविवार को विश्व हिंदू परिषद के महानगर मंत्री मनोज त्यागी व रंजना वर्मा ने कार्यकर्ताओं के साथ धर्मांतरण का आरोप लगाते हुए निशा भारद्वाज के घर के बाहर हंगामा किया था।
हंगामे की सूचना पर पहुंची पुलिस को मकान के अंदर से ईसाई धर्म के प्रचार-प्रसार की सामग्री बरामद हुई। विहिप कार्यकर्ताओं का आरोप था कि निशा अपने साथियों के साथ मिलकर लोगों को प्रलोभन देकर धर्मांतरण कर रही है। पुलिस ने निशा, छाया, मिथलेश, गुलशन और दीपक को गिरफ्तार कर लिया था। आरोपियों के खिलाफ विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध के तहत रिपोर्ट दर्ज की गई।