नोएडा। ग्रेटर नोएडा के थाना बीटा-टू में धोखाधड़ी तथा ठगी के तीन मामले दर्ज हुए हैं। एक मामले में पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया है।
थाना बीटा-टू के प्रभारी निरीक्षक विनोद कुमार ने बताया कि मनीष कुमार ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है कि पी-2 मार्केट में उसका शोरूम है। पीड़ित के अनुसार उनके यहां स्टोर मैनेजर और कैशियर के रूप में दीपू पुत्र मायाराम सिंह निवासी जनपद आगरा कार्य करता था। पीड़ित के अनुसार दीपू ने बैक के अधिकृत क्यूआर कोड को बदलकर अपना क्यूआर कोड लगाकर धोखाधड़ी कर अपने खाते पर पैसे ट्रांसफर करने लगा। जब उन्हें जानकारी हुई तो उन्होंने मिलान करवाया तो पता चला करीब 25 लाख रुपए धोखाधड़ी से निकला गया है। पीड़ित की शिकायत पर घटना की रिपोर्ट दर्जकर पुलिस मामले की जांच कर रही है।
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दूसरे मामले की जानकारी देते हुए थाना बीटा-टू प्रभारी ने बताया कि विनोद कुमार तेवतिया ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है कि संजीव चौहान, पूनम चौहान और चार्टर्ड अकाउंटेंट कमल कुमार पांडे ने धोखाधड़ी करके लाखों रुपए की ठगी की है। पीड़ित के अनुसार वह सड़क निर्माण के कार्य करते थे। इसी बीच हल्दीराम कंपनी में काम करने वाले राजीव चौहान उसके बेटे के संपर्क में आया, तथा उसने बताया कि खाद्य सामग्री एक्सपोर्ट करने से बड़ा मुनाफा होगा। पीड़ित के अनुसार उसने तथा उसके पुत्र वधू ने राजीव चौहान के साथ इन्वेस्टमेंट किया। एक कंपनी बनाई गई जिसमें पीड़ित पक्ष और राजीव चौहान पक्ष शेयर होल्डर रखे गए। पीड़ित के अनुसार उन्होंने कंपनी के खाते में लाखों रुपए ट्रांसफर किया। कंपनी ने अच्छा काम करना शुरू किया। वहीं आरोपी पक्ष ने धोखाधड़ी कर कमाई की रकम को आपस में बांट लिया तथा उन्हें घाटा दिखाते रहे। उन्होंने बताया कि घटना की रिपोर्ट दर्ज कर पुलिस मामले की जांच कर रही है।
तीसरे मामले की जानकारी देते हुए थाना प्रभारी ने बताया कि रोहित कुमार पुत्र चंद्र प्रताप सिंह ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है कि बीटा-दो में कंपोजिट शराब की दुकान पर वह सेल्स मैनेजर हैं। पीड़ित के अनुसार उसकी फॉर्म के खाते की जब जांच की गई तो पता चला कि 2 लाख 51 हजार 580 रुपए हिसाब में घट रहा है। उसको शक हुआ तथा जांच की तो पता चला कि उनकी दुकान से शराब और बियर ऑनलाइन पेमेंट के माध्यम से खरीदी जा रही है, फर्जी एप के माध्यम से उनके फर्म के साथ ठगी की जा रही है।
उन्होंने बताया कि 16 अप्रैल की रात को एक लड़का उनकी दुकान पर आया तथा उसने 1800 रुपए की शराब और बीयर खरीदी। उसने फर्जी एप से पेमेंट की तथा सफल भुगतान दिखा दिया। शक होने पर उन लोगों ने उसको रोककर पूछताछ की और पुलिस बुलाने की धमकी दी तो वह हाथ पर जोड़ने लगा और अपना नाम अनिरुद्ध राजपूत पुत्र राकेश राजपूत बताया। पीड़ित के अनुसार उसने बताया कि उसके साथ धोखाधड़ी में भूपेंद्र राठौर भी शामिल है, तथा दो अज्ञात लोग भूपेंद्र के साथी है। जिसे भूपेंद्र जानता है। थाना प्रभारी ने बताया कि पीड़ित की शिकायत पर घटना की रिपोर्ट दर्ज कर पुलिस ने अनिरुद्ध को गिरफ्तार कर लिया है। भूपेंद्र और उसके साथी फरार हैं उनकी तलाश की जा रही है।