मुजफ्फरनगर। क्रांति सेना के लोकसभा प्रत्याशी मनोज सैनी का नामांकन पत्र जांच के दौरान रिटर्निंग ऑफिसर जिला निर्वाचन अधिकारी अरविंद मल्लप्पा बंगारी ने निरस्त कर दिया है। वही पर्चा कैंसिल होने पर प्रत्याशी मनोज सैनी ने हंगामा कर दिया है। उन्होंने कहा कि मैं हाई कोर्ट तक चैलेंज करता हूं कि एफिडेविट में अगर कोई गलती होगी, तो मेैं संन्यास ले लूंगा।
क्रांति सेना प्रदेश महासचिव मनोज सैनी ने अपना लोकसभा प्रत्याशी के रूप में नामांकन पत्र दाखिल किया था, जो आज अधिकृत निर्वाचन अधिकारी द्वारा बिना किसी उपयुक्त कारण के बताएं निरस्त कर दिया गया, जिस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए मनोज सैनी ने कहा कि प्रशासन द्वारा बिना किसी ठोस कारण के मेरा नामांकन निरस्त किया गया है, जबकि नामांकन में चुनाव आयोग के सभी निर्देशों का पालन किया गया था, परंतु ऐसा लग रहा है कि चुनाव आयोग व प्रशासन सत्ताधारी नेताओं के इशारे पर कार्य कर रहा है, इसलिए सत्ताधारी नेताओं को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से चुनाव आयोग के नियमों की अवहेलना करते हुए मेरा नामांकन निरस्त किया गया, उन्होंने कहा कि इसकी शिकायत मुख्य चुनाव आयुक्त से करेंगे और अगर जरूरत पड़ी, तो सर्वोच्च न्यायालय तक भी यह लड़ाई लड़ी जाएगी।
मनोज सैनी ने चुनाव कार्यालय से निकलते हुए कहा कि जो दस्तावेज मैंने दाखिल किए हैं, उनकी किसी स्तर पर भी जांच की जाए और यदि उनमें कोई खामी पाई जाती है, तो वह राजनीति से संन्यास ले लेंगे ।