Friday, April 18, 2025

न्यायमूर्ति शेखर कुमार यादव की होगी व्यक्तिगत उपस्थिति, सुप्रीमकोर्ट कॉलेजियम आज करेगा बैठक

नयी दिल्ली- उच्चतम न्यायालय ने इलाहाबाद उच्च न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति शेखर कुमार यादव को विश्व हिंदू परिषद (विहिप) की ओर से आयोजित कार्यक्रम में की गई अपनी कथित विवादास्पद टिप्पणी के लिए व्यक्तिगत उपस्थिति की मांग की है।

सुनील पाल के अपहरणकर्ता अब तक कर चुके 10 अभिनेताओं का अपहरण, अब शक्ति कपूर का था नंबर

सूत्रों के अनुसार शीर्ष अदालत के पांच वरिष्ठतम न्यायाधीशों का कॉलेजियम इस मामले में कार्रवाई पर विचार-विमर्श करने के लिए मंगलवार को बैठक करने वाला है।

यह घटनाक्रम ऐसे समय में हुआ है, जब पिछले सप्ताह 55 सांसदों ने उनके खिलाफ महाभियोग चलाने की मांग करते हुए राज्यसभा में नोटिस भेजा।

मुज़फ्फरनगर में सम्पत्ति विवाद में महिला की हत्या, जेठ से हाथापाई के दौरान चारा काटने की मशीन के पट्टे में आई

शीर्ष अदालत ने 10 दिसंबर को इलाहाबाद उच्च न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति यादव द्वारा दिए गए भाषण की समाचार पत्रों में छपी खबरों पर संज्ञान लिया। इसके बाद अदालत ने इस संबंध में उच्च न्यायालय से विस्तृत जानकारी मांगी।

उच्च न्यायालय परिसर में 08 दिसंबर को विहिप द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में न्यायमूर्ति यादव ने कथित तौर पर कहा था कि भारत बहुसंख्यक समुदाय की इच्छा के अनुसार काम करेगा तथा बहुसंख्यकों का कल्याण और खुशी दूसरों की खुशी से ऊपर है।

मीडिया को साथ लेकर जनपद की तस्वीर बदलने का प्रयास करेंगे: डीएम उमेश चन्द्र मिश्रा

न्यायमूर्ति यादव ने कथित तौर पर कहा था, “मुझे यह कहने में कोई संकोच नहीं है कि यह हिंदुस्तान है और यह देश यहां रहने वाले बहुसंख्यकों की इच्छा के अनुसार काम करेगा। यह कानून है। यह उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में बोलने के बारे में नहीं है; बल्कि, कानून बहुसंख्यकों (बहुमत) के अनुसार काम करता है।”

यह भी पढ़ें :  दिल्ली पुलिस ने ऑटो लिफ्टर को दबोचा, चोरी की मोटरसाइकिल और स्कूटी बरामद

उनकी टिप्पणी की वकीलों के संगठनों और गैर सरकारी संगठनों ने कड़ी निंदा की।

मुजफ्फरनगर में जीएसटी टीम पर हमले के मामले में आरोपी शाहनवाज राना व सद्दाम राना को मिली ज़मानत

वरिष्ठ अधिवक्ता और सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष कपिल सिब्बल ने न्यायमूर्ति यादव के खिलाफ महाभियोग की कार्यवाही शुरू करने के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सांसदों से समर्थन मांगा है।

गैर सरकारी संगठन ‘कैंपेन फॉर ज्यूडिशियल अकाउंटेबिलिटी एंड रिफॉर्म्स’ (सीजेएआर) के संयोजक प्रशांत भूषण ने शीर्ष अदालत के मुख्य न्यायाधीश संजीव खन्ना को पत्र लिखकर न्यायमूर्ति यादव के आचरण की ‘इन-हाउस जांच’ की मांग की थी।

- Advertisement -

Royal Bulletin के साथ जुड़ने के लिए अभी Like, Follow और Subscribe करें |

 

Related Articles

STAY CONNECTED

76,719FansLike
5,532FollowersFollow
150,089SubscribersSubscribe

ताज़ा समाचार

सर्वाधिक लोकप्रिय