चंडीगढ़- हरियाणा विधानसभा चुनाव में अलग तरह की राजनीति देखने को मिल रही है। नेताओं का एक दूसरे दलों में आना जाना अभी भी जारी है। इस बीच एक रोचक घटनाक्रम में हरियाणा के पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर के भतीजे ने कांग्रेस ज्वाइन करके सबको चौंका दिया। इसकी खबर जैसे ही बीजेपी आलाकमान तक पहुंची तो हंगामा मच गया, जिसके बाद शाम को भतीजे ने बीजेपी में वापसी कर ली ।
हरियाणा में हुए एक रोचक राजनीतिक घटनाक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के सगे भतीजे रमित खट्टर ही भारतीय जनता पार्टी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गए। रमित खट्टर, मनोहर लाल खट्टर के सगे भाई जगदीश खट्टर के बेटे हैं।
उन्होंने जैसे ही कांग्रेस में शामिल होने का ऐलान किया, तो यूथ कांग्रेस ने उनका फोटो वायरल कर दिया। जिसके बाद हरियाणा से लेकर दिल्ली तक बीजेपी में हंगामा मच गया। इसके बाद खट्टर सक्रिय हुए और देर शाम रमित खट्टर वापस भारतीय जनता पार्टी में नजर आ गए।
रमित खट्टर का कहना है कि वे तो केवल कांग्रेसी विधायक के घर चाय पीने गए थे,लेकिन कांग्रेस ने इसका सियासी फायदा उठाया है, उनके साथ धोखा हुआ है। रमित खट्टर ने बताया कि वह कांग्रेस विधायक बी.बी. बत्रा के घर केवल चाय पीने गए थे। रमित खट्टर ने हरियाणा के लोगों से माफी मांगते हुए कहा कि सुबह मुझसे गलती हो गई थी, उसके लिए मैं क्षमा प्रार्थी हूं, कुछ ऐसी परिस्थितियों हो गई थी, मैं वहां चाय पीने गया था, जहाँ कुछ बातचीत हुई, फोटो खींचा गया। पटका पहनाया गया, काफी कुछ वार्तालाप हुआ लेकिन मुझे नहीं मालूम था यह किस तरह से दिखाया जाएगा। मेरे साथ राजनीतिक खेल खेलने की कोशिश की गई है, मेरे हिसाब से वह ठीक नहीं है, मैं केवल चाय पीने गया था, इसे राजनीतिक रूप दे दिया गया है।
दूसरी तरफ कांग्रेस का कहना है कि बी.बी.बत्रा ने अपने घर पर उनका स्वागत किया था और कहा था कि कांग्रेस में उनका पूरा सम्मान होगा। कांग्रेस में उनके शामिल होने पर खुशी भी जताई थी और उन्हें कांग्रेस का पटका भी पहनाया था।
आपको बता दें कि ऐसा ही घटनाक्रम कुछ दिन पहले ‘जो राम को लाए हैं, हम उनको लाएंगे’ भजन से चर्चित हुए कन्हैया मित्तल के साथ भी हुआ था। कन्हैया मित्तल ने भी बाकायदा वीडियो बयान जारी करके भारतीय जनता पार्टी छोड़ने और कांग्रेस में शामिल होने की घोषणा की थी ,लेकिन शाम होते-होते कन्हैया मित्तल भी वापस भाजपा में लौट गए थे।
हरियाणा की राजनीति इस समय पूरी गर्म है, चुनाव अब कुछ ही दूर है और भारतीय जनता पार्टी के लिए राजनीतिक माहौल बहुत तनावपूर्ण बना हुआ है।