मुज़फ्फरनगर के व्यापारियों ने हाउस टैक्स बढ़ोतरी के विरोध में भाजपा नेता गौरव स्वरूप को सौंपा ज्ञापन
मुजफ्फरनगर। नगर पालिका परिषद द्वारा प्रस्तावित हाउस टैक्स और वाटर टैक्स बढ़ोतरी के खिलाफ शहर के प्रमुख व्यापारी संगठनों ने जोरदार विरोध दर्ज कराते हुए नगर पालिका अध्यक्ष को ज्ञापन सौंपे ।
नगर पालिका अध्यक्ष को सौंपे गए ज्ञापनों में मुख्य बिंदुओं में मांग की गई कि वाणिज्यिक भवनों पर बढ़ाए जा रहे हाउस टैक्स को तुरंत निरस्त किया जाए। टैक्स बढ़ोतरी से व्यापारी वर्ग व आम नागरिकों पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ पड़ेगा। कर वृद्धि से भाजपा सरकार की छवि पर विपरीत प्रभाव पड़ सकता है। जब अन्य राज्यों व केंद्र सरकार में कर घ् ाटाने की नीति अपनाई जा रही है, तब नगर पालिका द्वारा कर बढ़ाना अनुचित है। नए प्रस्ताव को लाकर बढ़े हुए हाउस टैक्स के निर्णय को तत्काल वापस लिया जाए।
उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल, महानगर अध्यक्ष अजय कुमार सिंघल ने कहा कि वस्तु एवं सेवा कर में बदलाव के बाद भी सरकार को राजस्व हानि नहीं हुई। इसलिए नगर पालिका को भी कर वृद्धि से पहले जनहित पर विचार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हाउस टैक्स बढ़ाना उचित नहीं है और इस प्रस्ताव को बोर्ड में दोबारा लाकर निरस्त किया जाना चाहिए। मोलाहेड़ी मार्केट एसोसिएशन, नरजित मार्केट एसोसिएशन और अन्य व्यापारिक इकाइयों ने भी अपने पत्रों में कहा कि टैक्स वृद्धि से व्यवसायिक वातावरण प्रभावित होगा और जनता पर आर्थिक बोझ बढ़ेगा।
व्यापारियों ने चेतावनी दी कि यदि निर्णय वापस नहीं लिया गया, तो विरोध और तेज किया जाएगा। व्यापारियों के प्रतिनिधिमंडल ने वरिष्ठ भाजपा नेता गौरव स्वरूप से मुलाकात की और उन्हें टैक्स वृद्धि के दुष्प्रभावों से अवगत कराया। गौरव स्वरूप ने भी आश्वासन देते हुए कहा कि उनके लिए जनता सर्वाेपरि है। सभी की समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर संबंधित अधिकारियों तक पहुंचाया जाएगा। इस दौरान योगेश भगत (संरक्षक), राकेश कंसल (चेयरमैन), संजीव गोयल बॉबी, अशोक छाबड़ा, विजय सिंधी, राज कुमार अरोरा, कुमरेश जैन, प्रवीण खेड़ा, अनिल तायल सहित कई व्यापारी मौजूद रहे।
