इस्लामाबाद। हाल ही में हुए आम चुनाव के बाद पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की राजनीतिक पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-एन (पीएमएल-एन) मुल्क की बागडोर संभालने के लिए पूरी तरह तैयार है। हालांकि उसे इसके लिए बिलावल भुट्टो की पार्टी से गठबंधन करना पड़ा है। मुल्क में बड़े शरीफ के नाम से मशहूर नवाज ने कल पीएमएल-एन संसदीय दल की बैठक को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि गठबंधन सरकार के लिए आगामी दो साल चुनौतीपूर्ण होंगे। सरकार की प्राथमिकता अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने और राजनीतिक अस्थिरता को खत्म करने की होनी चाहिए। इस बैठक में उनके छोटे भाई और भावी प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ भी मौजूद थे।
डॉन अखबार के मुताबिक बड़े शरीफ ने सरकार बनाने के लिए पीएमएल-एन और पीपीपी के बीच हुए समझौते का समर्थन किया और उम्मीद जताई कि शाहबाज देश को सभी ‘विशाल’ समस्याओं से छुटकारा दिलाएंगे। नवाज ने कहा, “शाहबाज प्रधानमंत्री पद के लिए पार्टी के उम्मीदवार हैं, जबकि सरदार अयाज सादिक नेशनल असेंबली स्पीकर पद के लिए हमारे उम्मीदवार हैं।”
नवाज शरीफ ने कहा कि देश की नाजुक अर्थव्यवस्था और राजनीतिक स्थिति के कारण केंद्र में नई सरकार के लिए अगले दो साल महत्वपूर्ण होंगे। गठबंधन सरकार को शुरुआत में विपक्ष का डटकर सामना करना होगा। उन्होंने कहा कि पहला काम मुद्रास्फीति पर काबू पाना और प्रशासन में सुधार करना होना चाहिए। दो साल बाद अगली सरकार के पास लोगों और देश के लिए बहुत कुछ करने का पर्याप्त अवसर होगा। उन्होंने कहा, “शाहबाज शरीफ ने जिस तरह से 16 महीने तक सरकार चलाई, वह काफी चुनौतीपूर्ण था। उन्होंने नफरत की राजनीति को बढ़ावा देने और युवाओं को गुमराह करने के लिए पीटीआई संस्थापक इमरान खान की आलोचना की।
इस मौके पर शाहबाज ने अपने भाई नवाज शरीफ के पिछले कार्यकाल की उपलब्धियों को याद किया। कहा- नवाज शरीफ ने देश को बिजली संकट से छुटकारा दिलाया और पूरे देश में मोटर-वे का नेटवर्क दिया। उन्होंने कहा कि गठबंधन दलों के सहयोग से वह देश की समस्याओं को दूर करने की पूरी कोशिश करेंगे। उन्होंने कहा कि तीन स्वतंत्र उम्मीदवारों के शामिल होने के बाद नेशनल असेंबली में पीएमएल-एन सीटों की कुल संख्या 104 हो गई है।