नई दिल्ली। ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता नीरज चोपड़ा शुक्रवार को चल रहे पहलवानों के विरोध के समर्थन में आए, और कहा कि वह न्याय की मांग करते हुए एथलीटों को सड़कों पर देखकर ‘आहत’ हुए हैं।
टोक्यो ओलंपिक के स्वर्ण पदक विजेता ने शुक्रवार को एक ट्वीट में कहा, “हमारे एथलीटों को न्याय की मांग करते हुए सड़कों पर देखकर मुझे दुख होता है। उन्होंने हमारे महान देश का प्रतिनिधित्व करने और हमें गौरवान्वित करने के लिए कड़ी मेहनत की है।”
उन्होंने कहा, “एक राष्ट्र के रूप में, हम प्रत्येक व्यक्ति, एथलीट और देश के प्रत्येक नागरिक की अखंडता और सम्मान की रक्षा के लिए जिम्मेदार हैं।”
चोपड़ा ने कहा, “जो हो रहा है वह कभी नहीं होना चाहिए। यह एक संवेदनशील मुद्दा है और इससे निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से निपटा जाना चाहिए। संबंधित अधिकारियों को न्याय सुनिश्चित करने के लिए त्वरित कार्रवाई करनी चाहिए।”
भारतीय पहलवान यौन उत्पीड़न के आरोपों को लेकर भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यहां जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
शीर्ष भारतीय पहलवान जैसे विनेश फोगट, साक्षी मलिक, बजरंग पुनिया और कई अन्य पहलवान डब्ल्यूएफआई प्रमुख के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में शामिल हैं।
तीन महीने तक इंतजार करने के बाद विनेश फोगट, साक्षी मलिक और बजरंग पुनिया जैसे स्टार पहलवानों ने रविवार को फिर से डब्ल्यूएफआई प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ अपना विरोध शुरू किया और कहा कि इस मामले में अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है और डब्ल्यूएफआई प्रमुख के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई है, जिसके बाद उन्हें फिर से सड़क पर उतरना पड़ा।