मुरादाबाद। छेड़खानी पीड़ित किशोरी की मौत के मामले में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हेमराज मीणा ने लापरवाही बरतने के आरोपित कुंदरकी थाना प्रभारी ललित चौधरी को बुधवार को निलंबित कर दिया है। वहीं डीआईजी शलभ माथुर ने संभल के एएसपी श्रीशचंद्र को घटना की जांच करने का आदेश दिया है। इस मामले में पुलिस ने दो और आरोपितों को गिरफ्तार किया है।
मुरादाबाद के थाना कुंदरकी क्षेत्र की रहने वाली 17 वर्षीय किशोरी से 8 मार्च को होली के दिन आरोपित विकेश ने छेड़खानी की थी और जान से मारने की धमकी दी थी। इसके बाद पुलिस की कार्यप्रणाली से क्षुब्ध होकर रविवार को किशोरी ने जहरीले पदार्थ का सेवन कर लिया था।
सोमवार को एक निजी अस्पताल में उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। खुदकुशी से पहले किशोरी ने दो पन्ने का सुसाइड नोट भी लिखा था। सुसाइड नोट के जरिए नाबालिग ने अपनी मौत का जिम्मेदार कुंदरकी पुलिस को ठहराया। थाना कुंदरकी प्रभारी घटना का संज्ञान लेकर कारवाई करते तो किशोरी की जान बच जाती।
एसएसपी ने हलका दारोगा सचिन मलिक को पहले ही निलंबित कर दिया था और मामले में आरोपित विकेश व उसके साथी इमरत को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया था। बुधवार को मामले में दो और आरोपित हरज्ञान सिंह व बबलू को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
इस प्रकरण में लापरवाही बरतने के आरोपित कुंदरकी थाना प्रभारी ललित कुमार को एसएसपी हेमराज मीणा ने तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। कप्तान ने कुंदरकी थाने की कमान डिलारी थाना प्रभारी निरीक्षक सुनील कुमार को सौंप दी है। वहीं मुरादाबाद परिक्षेत्र के डीआईजी शलभ माथुर ने घटना का संज्ञान लेते हुए जांच संभल एएसपी श्रीशचंद्र को दी है।