मेरठ। ठगी करने वालो के विरूद्ध मेरठ जोन में पुलिस का “ऑपरेशन जालसाज” शुरू करने की तैयारी है। मेरठ जोन के डीआईजी कलानिधि नैथानी ने इसके लिए निर्देश जारी किए हैं। जिसमें कहा है कि शिकायत प्राप्त होने पर तीन दिन में जांच कर करनी होगी कार्यवाही। ठगों के खिलाफ गुण्डा,गैंगस्टर के तहत कार्यवाही की जाएगी। ठगी के प्रत्येक मामलों की प्रतिदिन की समीक्षा होगी। थाना स्तर पर सभी जालसाज एवं ठगी करने वालो का डेटाबेस तैयार किया जाएगा।
पुलिस उप महानिरीक्षक मेरठ परिक्षेत्र, मेरठ कलानिधि नैथानी ने बताया कि नौकरी के नाम पर व अन्य प्रकार से ठगी करने वालो के विरूद्ध आये दिन शिकायते प्राप्त होती हैं। जिससे गरीब लोगो का विशेष तौर से काफी अहित होता है। इसकी रोकथाम के लिए परिक्षेत्र के अधीनस्थ चारों जनपदों में “ऑपरेशन जालसाज” शुरू किया गया है। जो जालसाजों की कमर तोड़ेगा तथा अपराध पंजीकरण मे होने वाले विलम्ब एवं जांच मे देरी से निजात मिलेगी।
पुलिस इन लोगों के खिलाफ अभियान चलाएगी।
नौकरी का झांसा देकर आम जनता को ठगने वाले व्यक्ति/गिरोह । भर्ती, सरकारी व अन्य कार्यों को सुगमता से कराने के नाम पर ठगी करने वाले। अधिकारियों से सम्पर्क बताकर ठगी, फरेब करने वाले व्यक्ति/ गिरोह। सरकारी योजना/ स्कीम का लाभार्थी बनाने के नाम पर ठगी करने वाले। बहरूपिया बनकर फर्जी पहचान/ आफिस दर्शाकर ठगी करने वाले। फर्जी डिग्री/एडमिट/आधार/वीजा/पासपोर्ट/अंक तालिका बनाने पर। जाली करेन्सी/ठगी/टप्पेबाजी संबंधित ठगी पर। मदद के नाम पर महिलाओं/वृद्धों आदि को ठगने वाले व्यक्ति/गिरोह। साइबर अपराध करने वाले व्यक्ति/गिरोह। अन्य सगंठित ठगी (संपत्ति आदि संबंधित) करने वाले व्यक्ति/गिरोह।
“ऑपरेशन जालसाज” के अन्तर्गत सभी जनपदों में एन्टी फ्रॉड टीम (AFT) तीन दिवस में जांच पूरी करेगी और सही पाये जाने पर अभियोग पंजीकरण आदि की कार्यवाही करेगी। टीम एक अपर पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में रहेगी। डीआईजी महोदय द्वारा चारों जनपद प्रभारियो को निर्देश दिये गये हैं कि प्रत्येक 15 दिवस मे पेंडेन्सी की जांच वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक/ पुलिस अधीक्षक स्वयं करें एवं जांच के बाद कृत कार्यवाही की समीक्षा भी करें ताकि जालसाजों के विरूद्ध गुण्डा/ गैंगस्टर आदि की कार्यवाही की जाये।