मुजफ्फरनगर। श्रीराम जन्मभूमि न्यास के ट्रस्टी एवं अखण्ड परम नाम संस्था से जुडे 92 वर्षीय महामंडलेश्वर स्वामी परमानन्द गिरी महाराज ने कहा कि धर्म और मजहब को एक साथ ना जोड़ा जाए, क्योंकि कोई भी मजहब आपस में शत्रुता करना नही सिखाता। आज का युवा वर्ग धर्म से विमुख हो रहा है, तो ऐसे में आवश्यकता है कि युवाओं को संस्कारवान बनाया जाये, ताकि भारतीय संस्कृति की रक्षा हो सके।
सिद्धार्थ कालोनी स्थित उद्यमी सतीश अग्रवाल के आवास पर पत्रकारों से वार्ता करते हुए श्रीराम जन्मभूमि न्यास के ट्रस्टी महामंडलेश्वर परमानन्द गिरी महाराज ने कहा कि राम मंदिर का निर्माण प्रारम्भ होने से सन्त समाज में बेहद प्रसन्नता है। लम्बे समय से सन्त समाज मंदिर निर्माण कराने की पैरवी करता रहा है। अब जिस दिन रामलला विधिवत रूप से जन्म स्थान पर विराजमान हो जायेंगे, तो वह सभी के लिए गौरव का क्षण होगा।
एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि आज आवश्यकता है कि युवाओं को संस्कारवान बनाया जाए, ताकि भारतीय संस्कृति की रक्षा हो सके। उन्होंने कहा कि केवल गौशाला बनाने से ही गौमाता की रक्षा नही हो सकती उसके लिए आवश्यक है कि प्रत्येक व्यक्ति जागरूक बने एवं गउ का संरक्षण करे। बीमार तथा कम दूध देने वाली गायो को सड़को पर ना छोडे। उन्हे सीधे गौशाला भेजा जाए। उन्होने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कार्यकाल में जहां हिन्दुओं का सम्मान बढ़ा है। आने वाले 2०24 के चुनाव में नरेन्द्र मोदी ही देश के प्रधानमंत्री बनेंगे, क्योंकि फिलहाल उनका कोई विकल्प नहीं है।
सन्त समाज के राष्ट्रीय सचिव एवं निरंजनी पंचायती अखाडा हरिद्वार के महामंडलेश्वर स्वामी जयति मयानन्द ने कहा कि राम मंदिर को लेकर सन्त समाज बेहद उत्साहित है। शीघ्र ही मंदिर निर्माण होगा और रामलला जन्म स्थान पर विराजमान होंगे। इस दौरान उद्यमी सतीश अग्रवाल के अलावा विहिप से जुड़े राधेश्याम विश्वकर्मा, संस्कार भारती मेरठ प्रान्त के उपाध्यक्ष महेन्द्र आचार्य, प्रवीण कुमार मुम्बई आदि मौजूद रहे।