शामली मे मात्र आठ किलोमीटर की दूरी पर किसानों से वसूला जा रहा दोगुना भाड़ा, कलेक्ट्रेट पर धरने पर बैठे भैंसवाल के गन्ना किसान
शामली: भैंसवाल गांव के गन्ना किसानों ने शामली कलेक्ट्रेट पर धरना प्रदर्शन शुरू किया है। किसानों ने त्रिवेणी शुगर मिल के अफसरों पर हठधर्मिता का आरोप लगाया है। किसानों ने बताया कि गांव के दोनों गन्ना सेंटर पिछले करीब 10 दिन से बंद हैं, क्योंकि मिल द्वारा महज आठ किलोमीटर की दूरी पर उनसे दोगुना भाड़ा वसूल किया जा रहा है, जिसका किसान विरोध कर रहे हैं।
सोमवार को भैंसवाल गांव के गन्ना किसान बत्तीसा खाप चौधरी बाबा शौकेंद्र सिंह और जिला पंचायत सदस्य उमेश कुमार के नेतृत्व में शामली कलेक्ट्रेट पर पहुंचे। किसानों ने कलेक्ट्रेट परिसर में धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। इस दौरान भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारी भी धरने में शामिल हुए। खाप चौधरी बाबा शौकेंद्र सिंह ने बताया कि उनका गांव शामली में स्थित त्रिवेणी ग्रुप की अपर दोआब शुगर मिल से महज आठ से 9 किलोमीटर की दूरी पर है, लेकिन मिल द्वारा गांव के किसानों से मिल तक गन्ना ढुलाई के लिए दोगुना भाड़ा वसूल किया जा रहा है, जिसका हम विरोध करते हैं और जब तक किसानों की सुनवाई नही होती, तब तक धरना प्रदर्शन जारी रहेगा।
उधर, जिला पंचायत सदस्य उमेश कुमार ने बताया कि यह उनके खुद के गांव के गन्ना किसानों के हक की लड़ाई है। गांव में भैंसवाल प्रथम और भैंसवाल द्वितीय के नाम से दो गन्ना सेंटर है। हम बोगी और ट्राली से शामली मिल में गन्ना लेकर जाते हैं, तो दूसरी 9 किलोमीटर से भी कम है, लेकिन मिल द्वारा ट्रकों के द्वारा की जाने वाली ढुलाई की दूरी को 16 किलोमीटर बना दिया गया है। किसानों को अधिक भाड़ा देने के लिए बाध्य किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि मिल प्रशासन और शासन प्रशासन द्वारा भाड़े को बढ़ाकर 11.40 रूपए कर दिया गया है, जोकि पहले 4.20 रूपए था। उन्होंने बताया कि पूर्व में मिल भैंसवाल से गन्ना लेकर देवबंद में अपनी दूसरी मिल तक ले गया था, लेकिन उस दौरान किसानों से कोई अधिक भाड़ा नही वसूला गया, क्योंकि यह मिल की जिम्मेदारी थी। उन्होंने कहा कि गन्ना किसान पहले से ही परेशान है, ऐसे में उनपर भाड़े का अधिक बोझ डालना उचित नही है।
