सुल्तान जोहोर कप से जूनियर विश्व कप की तैयारी, कोच श्रीजेश बोले- यह हमारे खिलाड़ियों का असली इम्तिहान

India Junior hockey: मलेशिया के जोहोर बाहरू में शनिवार से शुरू हो रहे सुल्तान जोहोर कप हॉकी टूर्नामेंट में भारतीय जूनियर टीम पूरे जोश और आत्मविश्वास के साथ उतरने जा रही है। इस टूर्नामेंट को भारत के लिए बेहद अहम माना जा रहा है क्योंकि इसके जरिए टीम आगामी जूनियर हॉकी विश्व कप के लिए अपनी रणनीति और तैयारी को अंतिम रूप देना चाहती है। टूर्नामेंट का पहला मुकाबला भारत और ग्रेट ब्रिटेन के बीच खेला जाएगा।
कोच श्रीजेश की कोचिंग से नई उम्मीदें

आक्रामक और सटीक खेल पर जोर
टीम की रणनीति पर बात करते हुए कोच श्रीजेश ने कहा कि भारत अब रचनात्मकता और आक्रामकता का संतुलन लेकर मैदान में उतरेगा। उन्होंने बताया कि उनकी टीम अनुशासन और साहसिक खेल शैली को बनाए रखते हुए विरोधियों पर दबाव बनाना चाहती है। श्रीजेश ने कहा, “हम हर टीम का सम्मान करते हैं, मगर हमारा ध्यान अपनी पहचान — आक्रामक और जोश से भरी हॉकी — पर रहेगा। भारतीय हॉकी की परंपरा हमारी प्रेरणा है और उसे कायम रखना हमारा लक्ष्य है।”
सुल्तान जोहोर कप में भारत की चमकदार विरासत
भारतीय टीम इस टूर्नामेंट के इतिहास में दूसरी सबसे सफल टीम मानी जाती है। उसने अब तक तीन बार (2013, 2014 और 2022) खिताब जीता है। वहीं, चार बार चैंपियन रह चुकी ग्रेट ब्रिटेन टीम इस बार भी भारत की सबसे बड़ी प्रतिद्वंद्वी मानी जा रही है। भारत आगामी मुकाबलों में क्रमशः न्यूजीलैंड (12 अक्तूबर), पाकिस्तान (14 अक्तूबर), ऑस्ट्रेलिया (15 अक्तूबर) और मेजबान मलेशिया (17 अक्तूबर) से भिड़ेगा। राउंड रॉबिन चरण के बाद शीर्ष दो टीमें 18 अक्तूबर को फाइनल खेलेंगी।
विश्व कप से पहले आत्मविश्वास बढ़ाने वाला मंच
सुल्तान जोहोर कप को भारतीय टीम के लिए विश्व कप से पहले एक ‘ट्रायल प्लेटफॉर्म’ माना जा रहा है। कोच श्रीजेश ने कहा, “यह टूर्नामेंट हमारे खिलाड़ियों को जरूरी अनुभव, संयम और आत्मविश्वास देगा। यह विकास और सीखने का बेहतरीन मौका है जो जूनियर विश्व कप में हमारे प्रदर्शन को मजबूती देगा।”