भारतीय फुटबॉल खिलाड़ियों का संदेश: आईएसएल तुरंत शुरू हो, देश को फुटबॉल की जरूरत
ISL 2025: अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) ने हाल ही में जानकारी दी थी कि 16 अक्तूबर को इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) के वाणिज्यिक और मीडिया अधिकारों के लिए जारी आरएफपी (रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल) पर किसी भी कंपनी ने बोली नहीं लगाई। यह अनुबंध 15 साल की अवधि के लिए प्रस्तावित था, लेकिन किसी भी कंपनी की ओर से बोली न लगने के कारण लीग का नया सत्र फिलहाल अनिश्चित स्थिति में है। इस स्थगन से खिलाड़ियों, कोचों और फुटबॉल स्टाफ में अस्थिरता और चिंता बढ़ गई है।
खिलाड़ियों ने जारी किया संयुक्त बयान
गुरप्रीत वालिया और अन्य खिलाड़ियों का संदेश
राष्ट्रीय टीम के गोलकीपर गुरप्रीत वालिया समेत कई खिलाड़ियों ने भी वही भावना व्यक्त की। संयुक्त बयान में कहा गया, "हम सभी पेशेवर फुटबॉलर्स एकजुट हैं। हम खेलना चाहते हैं। गुस्सा और हताशा अब व्याकुलता में बदल गई है। हम उस खेल को खेलने के लिए बेताब हैं जिसे हम प्यार करते हैं, अपने फैंस और परिवार के लिए।"
फुटबॉल की प्रतिस्पर्धात्मकता के लिए आईएसएल जरूरी
खिलाड़ियों ने प्रशासकों से अनुरोध किया कि लीग को तुरंत शुरू किया जाए। बयान में कहा गया, "हमारी हताशा पर ईमानदारी से गौर किया जाए। हम लंबे समय से अंधेरी सुरंग में हैं, अब हमें रोशनी चाहिए।" देरी के कारण मोहन बागान जैसे शीर्ष क्लबों को भी अभ्यास सत्र रोकने पड़े हैं। खिलाड़ियों का कहना है कि भारत में फुटबॉल को प्रतिस्पर्धात्मक बनाए रखने के लिए आईएसएल का तुरंत शुरू होना बेहद जरूरी है।
