नोएडा। समाजवादी पार्टी का 16 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल कल लुक्सर जेल में बंद किसानों से मुलाकात करेगा। सपा ने किसानों की गिरफ्तारी की कड़ी आलोचना करते हुए तुरंत रिहाई की मांग की है।
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जनपद गौतमबुद्व नगर में किसान आंदोलन के दौरान धरना-प्रदर्शन कर रहे कई किसानों को पुलिस प्रशासन ने गिरफ्तार कर उन्हें जेल भेज दिया। जिसमें कई किसानों की रिहाई भी हो गई है। कुछ बड़े किसान नेता अब भी जेल में बंद है। विभिन्न संगठनों द्वारा उनकी भी रिहाई की मांग बिना शर्त के की जा रही है।
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इस मामले में 12 दिसंबर को सपा का एक प्रतिनिधिमंडल लुक्सर जेल में बंद किसानों से मुलाकात करेगा। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्देश पर सपा के प्रदेश अध्यक्ष श्यामलाल पाल ने 16 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल गठित किया है। जो कल जेल में बंद किसान नेताओं से मुलाकात कर यथास्थिति के बारे में अखिलेश यादव को जानकारी देने के साथ ही प्रशासनिक अधिकारियों से बातचीत करेगा।
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प्रतिनिधिमंडल में सांसद नरेश उत्तम पटेल, सांसद हरेंद्र मलिक, सांसद लालजी वर्मा, विधायक कमाल अख्तर, जिलाध्यक्ष सुधीर भाटी, राष्ट्रीय प्रवक्ता राजकुमार भाटी, प्रदेश सचिव फकीर चंद्र नागर, प्रदेश सचिव गजराज नागर, पूर्व जिलाध्यक्ष वीर सिंह यादव, पूर्व लोस प्रत्याशी डा. महेन्द्र नागर, सुनील चौधरी, जिला पंचायत सदस्य सुनील भाटी, महानगराध्यक्ष डा. आश्रय गुप्ता, इन्दर प्रधान, नरेन्द्र नागर व सुधीर तोमर को शामिल किया गया है। यह प्रतिनिधिमंडल कल सुबह को जेल में बंद किसानों से बातचीत करेगा।
वहीं इस प्रतिनिधिमंडल में जिले के साथ ही मेरठ के सरधना विधायक अतुल प्रधान सहित कई नोताओं को शामिल न करना चर्चा का विषय बना हुआ है। विधायक अतुल प्रधान के समर्थकों का कहना है कि नोएडा, ग्रेटर नोएडा एवं यमुना प्राधिकरण पर किसानों द्वारा किये गए तमाम धरना प्रदर्शनों में वे शामिल होते आये हैं और वे किसानों की समस्याओं से पूरी तरह से परिचित हैं। इसके बावजूद उन्हें सपा प्रतिनिधिमंडल में शामिल नहीं किया गया है।