लखनऊ। समाजवादी पार्टी (सपा) की पीडीए (पिछड़ा दलित, अल्पसंख्यक) नीति आम जनता को उसका हक दिलवाने वाली, जनता का कल्याण करने वाली, शोषण-उत्पीड़न से आम जनता की रक्षा करने वाली, पिछड़े-दलितों-अल्पसंख्यकों-आदिवासियों-आधी आबादी और अगड़ों में भी उत्पीड़ितों को प्रभुत्ववादियों के अत्याचार से बचाने वाली हैं। यह बातें पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कही। उन्होंने भाजपा सरकार पर निशाना साधा।
सपा अध्यक्ष ने कहा कि पीडीए-किसान, मज़दूर, महिला, युवा, कारोबारी, नौकरीपेशा, दुकानदारों और बाक़ी सबका भी ख्याल रखने वाली समाज के हर वर्ग और तबके को जोड़ने वाली सामुदायिक राजनीति का नया युग शुरू करने वाली सामाजिक सौहार्द, एकता, भाईचारे को एक सूत्र करने वाली सकारात्मक राजनीति का नया इतिहास लिखने वाली नीति है। इसके विपरीत भाजपा की नीति आम जनता का शोषण करने वाली है। समाज को तोड़ने वाली नकारात्मक राजनीति के पास पीडीए की पाजिटिव पॉलटिक्स का कोई जवाब नहीं है। इसीलिए भाजपा के लोगों में हड़बड़ाहट है।
अखिलेश यादव ने कहा है कि पीडीए ही भाजपा के अंदर-बाहर भगदड़ का कारण बन रहा है। भाजपा के तथाकथित सहयोगी भी या तो किसी बहाने से भाजपा से बाहर आना चाहते हैं या वैचारिक दूरी दिखाना चाहते हैं। कोई चिट्ठी को माध्यम बना रहा है तो कोई अपनी नाराजगी भरे बयान से। भाजपाई खेमे की चिंता सिर्फ़ यूपी के 2027 के चुनाव हारने की ही नहीं है, बल्कि भविष्य का हर चुनाव हारने की है।
उन्होंने कहा कि पीडीए एक नव जागरण है। आज की जागरूक जनता में जो नयी सामाजिक-आर्थिक चेतना आ गयी है, उसी का नाम ‘पीडीए’ है। पीडीए वर्तमान के पटल पर सामाजिक अखंडता के नये भविष्य का उद्घोष है।