मुजफ्फरनगर। भारतीय किसान यूनियन के प्रदेशव्यापी आंदोलन के तहत शुक्रवार को शहर की सड़कों पर किसानों ने ट्रैक्टर परेड़ करते हुए सरकारों की नीतियों को लेकर आक्रोश जताया। ग्रामीण अंचलों ने सवेरे से ही किसान ट्रैक्टरों पर तिरंगा बांधकर शहर में आने लगे थे। सभी किसान जीआईसी मैदान पर अपने अपने ट्रैक्टरों और तिरंगा लेकर जमा हुए।
यहां से किसानों की विभिन्न समस्याओं को लेकर भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने ट्रैक्टर तिरंगा यात्रा प्रारम्भ की। किसानों ने अपने ट्रैक्टरों पर तिरंगा लेकर आजादी का अमृत महोत्सव अपने हक पाने के आंदोलन के रूप में मनाया। किसानों की इस ट्रैक्टर परेड के कारण शहर की यातायात व्यवस्था बुरी तरह से चौपट हो गयी, इस दौरान पूरा शहर ही जाम हो गया और लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत ने सरकारों पर किसानों की अनदेखी करने का आरोप लगाते हुए कहा कि किसानों की हालत आज दयनीय है। बाढ़ से फसलें चौपट हो गई हैं और किसानों के घरों पर बिजली विभाग बकाया नोटिस भेज रहा है। किसान आर्थिक और मानसिक रूप से प्रताडि़त है, ऐसे में किसानों को बड़ी राहत दी जानी चाहिए। भाकियू के शीर्ष नेतृत्व द्वारा बाढ़ का मुआवजा, दस साल पुराने डीजल वाहन, गन्ना बकाया भुगतान सहित स्थानीय स्तर के मुद्दों को लेकर 11 अगस्त को प्रदेशव्यापी ट्रैक्टर तिरंगा यात्रा निकालने का ऐलान किया था।
पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत जिला मुख्यालय पर भी किसानों ने एकजुट होकर प्रदर्शन किया। सवेरे से ही जनपद के ग्रामीण अंचलों से किसान और यूनियन कार्यकर्ता अपने ट्रैक्टरों पर सवार होकर तिरंगा के साथ जिला मुख्यालय पर पहुंचने शुरू हो गये थे।
दोपहर तक किसानों का जमावड़ा जीआईसी मैदान पर हो चुका था। इसके बाद भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने यहां किसानों के बीच पहुंचकर उनका उत्साह बढ़ाया और फिर ट्रैक्टर पर सवार होकर किसानों की इस ट्रैक्टर तिरंगा यात्रा का शुभारंभ किया। उन्होंने खुद ही इस ट्रैक्टर परेड को लीड़ किया और किसानों का यह ट्रैक्टर मार्च भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच जीआईसी मैदान से शुरू होकर महावीर चौक, आर्य समाज रोड, मीनाक्षी चौक, शिव चौक, झांसी की रानी, टाउनहाल रोड, मालवीय चौक, रेलवे स्टेशन रोड, एसएसपी आवास, रोडवेज बस स्टैण्ड, प्रकाश चौक से महावीर चौक होते हुए वापस जीआईसी मैदान पर पहुंचा और यहां पर किसानों की समस्याओं के निराकरण के लिए आवाज बुलंद करते हुए सरकारों के खिलाफ किसानों का यह हुजूम पंचायत में बदल दिया गया।
यहां पर राकेश टिकैत ने सरकार की नीतियों पर सवाल उठाये और किसानों की समस्याओं को लेकर एक ज्ञापन अधिकारियों को सौंपा गया। किसानों की इस ट्रैक्टर तिरंगा यात्रा के कारण शहर की यातायात व्यवस्था पूरी तरह से चौपट नजर आई, जिस समय किसानों की ट्रैक्टर मार्च को शुरू किया गया, उसी दौरान शहरी क्षेत्र में स्थित स्कूल कॉलेजों में भी छुट्टी हो जाने पर सड़कों पर यातायात का अचानक अत्याधिक दबाव बन गया। वहीं यातायात पुलिस ने पहले से ही ट्रैक्टर मार्च के रूट वाले रास्तों पर न निकलने के लिए लोगों से अपील की थी।
इन रास्तों पर भी कई स्कूल और कॉलेज पडऩे के कारण लोगों को यहां से अपने बच्चों को छुट्टी के बाद ले जाने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। इस ट्रैक्टर यात्रा के कारण शहर का कोई भी हिस्सा ऐसा नहीं रहा, जहां पर यातायात जाम न हो गया हो। पूरा शहर घंटों तक भीषण गर्मी के बीच जाम से जूझता रहा। यहां तक की मुख्य मार्गों को जोडऩे वाले शहरी सम्पर्क सड़क और गलियों में भी लोगों को जाम का सामना करना पड़ा। ऐसे में यातायात पुलिस की तमाम व्यवस्था चौपट होती नजर आई।
ट्रैक्टर मार्च में मुख्य रूप से राकेश टिकैत के अलावा राष्ट्रीय महासचिव ओमपाल सिंह मलिक, मंडल अध्यक्ष नवीन राठी, गुरमेज सिंह बाजवा, युवा मंडल अध्यक्ष विकास शर्मा, जिलाध्यक्ष योगेश शर्मा, चरण सिंह टिकैत, जिला उपाध्यक्ष अनुज बालियान, सुमित चौधरी, रोशन दीक्षित, अमरजीत तोमर, मनीष अहलावत, राजिन्द्र सैनी, विदेश मोतला, प्रमोद अहलावत, परिवन्द्र ढाका, तहसील अध्यक्ष प्रताप प्रधान, अमीर सिंह, राहुल अहलावत, संजीव पंवार, मीडिया प्रभारी शक्ति सिंह, ब्लॉक अध्यक्ष विकास चौधरी, जोगिन्द्र पहलवान, संजय त्यागी, देव अहलावत, कुलदीप त्यागी, मानसिंह मलिक, बिजेन्द्र बालिया, सतेन्द्र , पूर्व महिला जिलाध्यक्ष सोनिया सैनी, नगराध्यक्ष गुलबहार राव, पीयूष पंवार, कुलदीप सिरोही सहित हजारों किसान शामिल रहे।
भाकियू द्वारा शुक्रवार को निकाली गई ट्रैक्टर तिरंगा यात्रा में जहां सरकारों के प्रति आक्रोश नजर आया तो वहीं किसानों ने तिरंगा लहराते हुए देशभक्ति के जज्बे का भी प्रदर्शन किया जबकि भाकियू की इस ट्रैक्टर परेड में किसानों के शौर्य का प्रदर्शन करने के लिए बाबा टिकैत का बुल्डोजर भी शामिल रहा, जिस पर सवार होकर आये किसानों और यूनियन कार्यकर्ताओं ने बाबा टिकैत के नारे बुलंद किये तो वहीं यह संदेश भी देने का काम किया कि बाबा टिकैत का बुल्डोजर भी इंसाफ करने का काम करता है। किसानों ने ट्रैक्टरों के साथ ही डीजे को भी इस यात्रा का हिस्सा बनाया और कई डीजे यात्रा में शामिल रहे, जिन पर देशभक्ति के तराने बजाये जा रहे थे।
कुछ युवाओं ने तिरंगा हाथों में लेकर इन गीतों पर नृत्य भी प्रस्तुत किया। भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौ. राकेश टिकैत जब किसानों के एक बड़े हुजूम के साथ ट्रैक्टर तिरंगा यात्रा लेकर शिवचौक पर पहुंचे, तो उन्होंने अपनी इस यात्रा को रूख टाउनहाल रोड की ओर करने से पूर्व ट्रैक्टर के इंजन को थाम दिया और नीचे उतरकर वो शिव मूर्ति पर पहुंचे तथा यहां पर किसान नेताओं और यूनियन कार्यकर्ताओं के साथ उन्होंने भगवान शिव की पूजा अर्चना करते हुए उनका जलाभिषेक किया।
इस दौरान उन्होंने कहा कि आज यहां किसानों की समृद्धि और संकट दूर करने के लिए उन्होंने भगवान शंकर की पूजा अर्चना की है तथा उनका जलाभिषेक किसानों की परेशानियों को दूर करने के लिए प्रार्थना की गयी है।