मुजफ्फरनगर। शहर के विभिन्न चौराहों पर लगे बैरिकेडिंग को हटवाने के लिए व्यापारियों ने जंग शुरू कर दी है। चौराहों के बंद होने से व्यापारियों को काफ़ी नुकसान उठाना पड़ रहा था, जिसके चलते संयुक्त व्यापार मंडल द्वारा शहर के तमाम चौराहों को खुलवाएं जानें के लिए ‘हंगामा काटो चौराहा खुलवाओं’ अभियान चलाया हुआ है।
शहर के व्यस्ततम आलू मंडी चौराहे को खोलने की मांग को लेकर व्यापारियों ने आज सुबह जाम लगाकर हंगामा किया। आलू मंडी चौराहे को यातायात पुलिस ने कई महीनों से बंद किया हुआ था, जिसको खुलवाने की मांग को लेकर व्यापारियों ने जाम लगा दिया।
आलू मंडी चौराहे को करीब दो साल से बैरिकेडिंग कर बंद किया हुआ था, जिससे व्यापारियों को उनके व्यापार में काफ़ी नुकसान हो रहा था। व्यापारियों का कहना है कि ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले ग्राहकों को आलू मंडी में जानें के लिए घूम कर आना पड़ रहा था, घूम कर आने से बचने के लिए 50 प्रतिशत ग्राहक दूसरी मार्किट से सामान की खरीददारी कर रहे थे।
आलू मंडी में लाखों रूपए खर्च कर व्यापार खोलकर बैठने के बावजूद भी खाली बैठे रहते हैं। उनका कहना है कि जिस
हिसाब से व्यापार होना चाहिए था उस हिसाब से व्यापार नही हो पा रहा है। उन्होंने कहा कि व्यापार पर चौराहों के बंद होने से फर्क पड़ रहा है।
आलू मंडी चौराहे को खुलवाने को लेकर आलू मंडी के व्यापारियों ने गुरुवार को सुबह जाम लगा दिया। आज सुबह बड़ी संख्या में वहां पहुंचे व्यापारियों ने आलू मंडी चौराहे को खुलवाने को लेकर जाम कर दिया, सूचना मिलने पर शहर कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और व्यापारियों को समझाते हुए शांत किया।
उल्लेखनीय है कि बीते दिवस नावल्टी चौराहे को खुलवाने को लेकर व्यापारियों ने हंगामा किया और फिर एक सप्ताह बाद नावल्टी चौराहे को खोला गया।
इस दौरान विकास कुमार, नरेंद्र कुमार गर्ग, विपिन कुमार, वैभव मित्तल, सतेंद्र कुमार, सतीश कुमार अनुज जैन, अनिल कुमार गर्ग, हितेश कुमार गर्ग एवं संजीव कुमार आदि मौजूद रहे।