गाजियाबाद। फरीदनगर के जंगल में कांबिंग के दौरान भोजपुर थाना पुलिस की गोकशों से मुठभेड़ हो गई। पुलिस ने दो गोकशों के पैर में गोली मारकर गिरफ्तार कर लिया जबकि उनका एक साथी पुलिस को गच्चा देकर भाग निकला। पुलिस तीसरे फरार गोकश की तलाश कर रही है। पकड़े गए दो आरोपियों ने पूछताछ के दौरान 20 अक्टूबर की रात फरीदनगर बस स्टैंड के पास गोकशी की वारदात को अंजाम में देने की बात कबूल की है। दानिश और यूनुस को को टांग में लगी है गोली एसीपी मोदीनगर ज्ञान प्रकाश राय ने बताया कि देर करीब एक बजे भोजपुर थाना पुलिस अमराला गांव में जंगल में थी, सामने से तीन संदिग्ध आते दिखे। बदमाशों ने खुद को पुलिस से घिरता देख गोली चला दी।
जवाबी कार्यवाही में पुलिस ने दो को पैर में गोली मारकर गिरफ्तार कर लिया और तीसरा मौके से फरार हो गया। घायलों ने अपने नाम दानिश पुत्र रियाजुद्दीन (31 वर्ष) और अय्यूब पुत्र यूनुस (28 वर्ष) बताए हैं। दोनों से पुलिस ने एक- एक तमंचा और कारतूस बरामद किए हैं। अभियुक्तों ने बताया कि मौके से फरार बदमाश दानिश का भाई सारून है। पुलिस सारून को तलाश कर रही है। एसीपी ने बताया गिरफ्तार किए गए बदमाश फरीदनगर कस्बे के ही रहने वाले हैं और 20 अक्टूबर की रात हुई गोकशी की घटना को अंजाम देना कबूल किया है। गोली लगने के बाद गिरफ्तार किए गए अय्यूब और उसके दो भाईयों को गोकशी के मामले में नामजद किया गया था।
दानिश और अय्यूब ने पुलिस को बताया वे आज भी गोकशी को अंजाम देने की फिराक में निकले थे। पुलिस ने अभियुक्तों के कब्जे से रस्से और काटने के औजार बरामद करने का भी दावा किया है। रविवार देर रात गोकशी की सूचना पर मौके पर पहुंची भीड़ को देखकर गोकश भाग खड़े हुए थे। घटना पर गुस्साए लोगों ने नाराजगी जाहिर करते हुए नारेबाजी की थी, हालांकि सूचना पाकर तत्काल मौके पर पहुंचे डीसीपी रूरल सुरेंद्र नाथ तिवारी और एसीपी ज्ञान प्रकाश ने लोगों को समझा- बुझाकर शांत किया और माहौल को बिगड़ने से बचा लिया था।