मेरठ। प्रथम चरण की समाप्ति के अवसर पर, उपभोक्ताओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए विभाग द्वारा विशेष व्यवस्था की गई जिसके अन्तर्गत कैश काउटर देर रात तक खुले रखे गए ताकि अधिक से अधिक उपभोक्ता अपना बिजली बिल जमा कर सके। देर रात तक जारी इस व्यवस्था के दौरान उपभोक्ताओं ने कैश काउटर पर पहुंचकर अपने बिजली के बिल जगा किए, विभाग का उद्देश्य है कि किसी भी उपभोक्ता को बिजली बिल जमा करने में असुविधा न हो तथा अधिकतम छूट पाने के लिए प्रथम चरण के अन्तिम दिन बिल जमा करने का अधिकतम अवसर उपभोक्ताओं को उपलब्ध रहे।
इस दौरान पीवीवीएनएल एमडी रवीश गुप्ता 33/11 केवी सबस्टेशन यूनिवर्सिटी रोड मेरठ पहुंचे और वहाँ प्रथम चरण सम्पन्न होने के दिन, उपभोक्ताओं को बिजली बिल जमा कराने की सुविधा तथा व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होनें अधिकारियों एवं कर्मचारियों को निर्देशित किया की उपभोक्ता सेवाओं को अधिक सुदृढ एवं प्रभावी बनाया जाए तथा संचालन में किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरती जाए। बिजली घर पर प्रबन्ध निदेशक ने योजना से जुडी व्यवस्थाओं, पंजीकरण व्यवस्था तथा समाधान की प्रगति की समीक्षा की और अधिकारियों को निर्देशित किया गया की कैम्प में आने वाले लाभार्थी का कार्य प्राथमिकता के आधार पर किया जाए। उन्होनें बिजली बिल राहत योजना के प्रति पात्र उपभोक्ताओं को जागरूक करनें एवं अधिक से अधिक पात्र लाभार्थियों को योजना से जोडने हेतु व्यापक जनसंपर्क करने के निर्देश दिए।
बिजली घर एवं बिजली घर यार्ड का निरीक्षण करने पर एमडी ने, बिजली घर उपकरण, आइसोलेटर, वीसीबी, सीटीपीटी, प्रोटेक्शन यूनिट आदि उपकरणों का बारीकी से निरीक्षण किया और अधिकारियों एवं कर्मचारियों को बिजली घर संचालन व्यवस्था को और अधिक प्रभावी बनाने के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान प्रवन्ध निदेशक ने कहा की डिस्कांम के हर बिजली घर को आर्दश बिजली घर बनाया जाए ताकि उपभोक्ताओं को निर्वाध एवं गुणवत्तापूर्ण बिजली उपलब्ध सुनिश्चित हो सके और उपभोक्ता सेवा को निरन्तर सुदृढ किया जा सके। निरीक्षण में मेनेजिंग डायरेक्टर ने बिजली घर एवं बिजली घर यार्ड में स्वच्छता, विद्युत व्यवस्थाओं एवं सुरक्षा प्रबन्धन का गहन निरीक्षण किया। निरीक्षण में प्रवन्ध निदेशक ने ट्रांसफार्मर, सेफ्टी प्रोटेक्शन यूनिट, अर्थिग, फायर एक्सटिंगुइशर, की रिफलिंग की जाँच की उन्होनें बिजली घरं पर स्थित लॉग शीट आदि दस्तावेजों की जाँच की। अधिशासी अभियन्ता श्री प्रशान्त सोनी ने कैपेसीटर बैंक के उपयोग के बारे में, जानकारी दी उन्होनें बताया पावर फेक्टर को सुधारने, वोल्टेज को स्थिर करने और सिस्टम की दक्षता को बढ़ाने के लिए, कैपेसीटर बैंक को बिजली घर पर स्थापित किया गया है। प्रबन्ध निदेशक ने निर्देश दिए की हर बिजली घर पर कैपेसीटर को क्रियाशील रखा जाए, जिससे विद्युत वितरण प्रणाली को और अधिक कुशल बनाया जा सके। बिजली घर का निरीक्षण करने के उपरान्त प्रबन्ध निदेशक ने विद्युत कर्मियों को दिए जाने वाले सेफ्टी उपकरणों जैसे अर्थ चैन, सेफ्टी वैल्ट, कप्लिग टूल, हैक्सा, कटर, डिस्चार्ज रॉड, टैस्टर आदि उपकरणों की जाँच की और निर्देश दिए की विद्युत कर्मियों द्वारा सेफ्टी उपकरणों का उपयोग आवश्यक रूप से किया जाए। उन्होनें कहा की लाईन पर कार्य करते समय विद्युत कर्मियों को मानक के अनुसार सुरक्षा उपकरण उपलब्ध कराए जाएं, उन्होनें कहा विद्युत कर्मियों की सुरक्षा में कोताही न बरती जाए।
यूनिवर्सिटी रोड मेरठ बिजली घर का निरीक्षण करने के उपरान्त 33/11 केवी बिजली घर काजीपुर मेरठ का औचक निरीक्षण किया और तकनीकी मानकों और स्वच्छता का जायजा लिया। प्रबन्ध निदेशक ने निर्देश दिए की ट्रांसफार्मर के रख-रखाव और मानकों का कडाई से पालन सुनिश्चित किया जाए। मैनेजिंग डायरेक्टर ने बिजली बिल राहत योजना की समीक्षा की और पंजीकरण आदि का फीड बैंक लिया। प्रबन्ध निदेशक ने निर्देश दिए की प्रथम चरण के अन्तिम दिन यह सुनिश्चित किया जाए की कोई भी पात्र उपभोक्ता पंजीकरण से वंचित न रहे। उन्होनें मौके पर उपस्थित अवर अभियन्ता से अब तक हुए बिल जमा और पंजीकरण के आकडों की जानकारी प्राप्त की। प्रथम चरण के लिए प्रबन्ध निदेशक ने निर्देश दिए की प्रथम चरण के अन्तिम दिन को देखते हुए, जब तक अन्तिम उपभोक्ता बिल जमा न करा दे तब तक पंजीकरण की प्रकिया सुचारू रूप से चलती रहे। उन्होनें कहा की डिरकांम का लक्ष्य है कि योजना के लाभ से कोई उपभोक्ता वंचित न रहे प्रथम चरण के अन्त तक सभी पात्र उपभोक्ताओं का पंजीकरण सुनिश्चित किया जाए।