मऊ में जनवरी से नवंबर तक के सड़क हादसों में 173 लोगों की मौत पर जिलाधिकारी गंभीर..नशे में गाड़ी न चलाने की अपील की
मऊ। उत्तर प्रदेश के मऊ जिले में जनवरी से नवंबर माह तक सड़क दुर्घटनाओं में 173 लोगों की मौत हुई है। जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक ने जनपद वासियों से ओवर स्पीडिंग और नशे में गाड़ी न चलाने की अपील की है। जिलाधिकारी प्रवीण मिश्र की अध्यक्षता में शनिवार काे कलेक्ट्रेट सभागार में जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक हुई।
बैठक के प्रारंभ में सेवा फाउंडेशन द्वारा जनपद में चिन्हित ऐसे स्थलों, जहां पर दो या दो से अधिक मौतें सड़क दुर्घटनाओं के कारण हुई हैं, उनका सर्वे कर प्रेजेंटेशन किया गया। इस दौरान फाउंडेशन के प्रतिनिधि ने बताया कि सड़क दुर्घटनाओं के प्रमुख कारण रोड साइनेज, रिफ्लेक्टर, एरो पट्टी, रंबल स्ट्रिप एवं पेंटिंग, पटरी का अभाव, लिंकिंग रोड पर ब्रेकर एवं लिंक रोड के स्थानों पर टी का साइनेज न होना प्रमुख है। इसके अलावा नेशनल हाईवे पर अवैध रूप से खड़े भारी वाहनों के कारण भी सड़क दुर्घटनाएं होती हैं। इसके उपरांत अधिशासी अभियंता पीडब्ल्यूडी ने बताया कि नवंबर माह में कुल 34 सड़क दुर्घटनाएं हुई हैं। उनमें 24 लोगों की मृत्यु हुई है, जो गत वर्ष नवंबर माह के सापेक्ष 20 फीसदी अधिक है।
इसी प्रकार इस वर्ष जनवरी माह से नवंबर तक 313 सड़क दुर्घटनाओं में 173 लोगों की मृत्यु हुई है। इसमें पिछले वर्ष के सापेक्ष 4.49 प्रतिशत की वृद्धि पाई गई है। गत वर्ष के सापेक्ष इस वर्ष सड़क दुर्घटनाओं में हुई ज्यादा मृत्यु के दृष्टिगत गहरी चिंता व्यक्त करते हुए जिलाधिकारी ने समस्त जनपद वासियों से ओवर स्पीडिंग से बचने तथा नशे की हालत में वाहन न चलाने की अपील की। पुलिस अधीक्षक इलमारन ने भी यातायात के नियमों का पालन करने तथा वर्तमान में घने कोहरे एवं धुन्ध के कारण धीमी गति से वाहन चलाने की अपील की।
बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने सेवा फाउंडेशन द्वारा सुझाए गए उपायों पर विस्तृत चर्चा करते हुए समस्त संबंधित कार्यदायी संस्थाओं एवं अधिकारियों को एक हफ्ते के अंदर पूरी कार्य योजना तैयार कर प्रस्तुत करने तथा शीघ्र ही आवश्यक कार्यों को कल से ही प्रारंभ करने के निर्देश दिए। उन्होंने जिला विद्यालय निरीक्षक एवं जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को स्कूल में बच्चों को यातायात के नियमों की जानकारी देते हुए उनके अभिभावकों को भी जागरूक करने को कहा। उन्होंने अधिशासी अभियंता पीडब्ल्यूडी को इस संबंध में सभी संबंधित विभागों को उनके पॉइंट्स उपलब्ध कराने के निर्देश दिए जिससे संबंधित विभाग एवं कार्यदायी संस्थाएं तत्काल फाउंडेशन द्वारा दिए गए सुझाव पर कार्य प्रारंभ कर सकें।
बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने नेशनल हाईवे पर अवैध रूप से खड़े भारी वाहनों का चालान एवं सीज करने की प्रक्रिया भी प्रारंभ करने को कहा। इस दौरान अधिशासी अभियंता पीडब्ल्यूडी ने गत माह परिवहन एवं यातायात पुलिस द्वारा ओवर स्पीडिंग, बिना हेलमेट दो पहिया वाहन चलाने, बिना सीट बेल्ट, रॉन्ग साइड, ड्रंकन ड्राइव, वाहन चलाते समय मोबाइल के प्रयोग, ओवरलोडिंग माल वाहनों आदि के विरुद्ध की गई प्रवर्तन कार्यों की भी विस्तृत जानकारी दी। बैठक के दौरान जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक के अलावा राष्ट्रीय राजमार्गों के जनपद प्रतिनिधि, अधिशासी अभियंता पीडब्ल्यूडी निर्माण एवं प्रांतीय खंड, एआरटीओ, जिला आबकारी अधिकारी, अधिशासी अधिकारी नगर पालिका परिषद सहित अन्य संबंधित अधिकारी भी उपस्थित रहे।
