चेन्नई। टीम इंडिया और बांग्लादेश के बीच पहला टेस्ट गुरुवार (19 सितंबर) से चेन्नई में खेला जाएगा। यह मुकाबला लाल मिट्टी की पिच पर खेला जाएगा, जो तेज गेंदबाजों के लिए मददगार मानी जाती है। हालांकि, वक्त के साथ-साथ पिच का मिजाज भी बदलेगा। पिच, प्लेइंग-11 और टीम कॉम्बिनेशन को लेकर कई बातें उठी लेकिन इस बीच केएल राहुल का जिक्र भी हुआ। सवाल यह है कि आखिर टीम इंडिया का ‘क्राइसिस मैन’, हर किसी का सॉफ्ट टारगेट क्यों बन गया ? दोनों टीमों को लेकर बयानबाजी तेज हो गई है। इन सबके बीच कप्तान रोहित शर्मा ने प्रेस कांफ्रेंस की। पीसी में रोहित से केएल राहुल और सरफराज खान को लेकर सवाल किया गया।
रोहित ने सीधे तौर पर राहुल का समर्थन किया। लेकिन सोचने वाली बात ये है कि हर सीरीज शुरू होने के पहले टीम में केएल राहुल की पोजीशन पर सवाल आखिर क्यों? इसका एक सबसे बड़ा कारण है कि लंबे समय तक खराब फॉर्म से जूझ रहे केएल राहुल को टीम ने हमेशा सपोर्ट किया और उन्हें मौके दिए। हालांकि, वो दौर अब बीत चुका है और केएल राहुल काफी हद तक टीम में जगह बनाने के हकदार हैं। कोच या कप्तान ने उन्हें इसलिए भी बैक किया था क्योंकि ये वो बल्लेबाज है जो हर पैमाने में खुद को फिट करने की क्षमता रखता है। ओपनिंग से लेकर नंबर-5 तक बल्लेबाजी करना, विकेटकीपिंग संभालना और कई मौकों पर टीम की कप्तानी भी करना। यह सब रोल केएल राहुल निभा चुके हैं। एक समय था जब उन्हें टीम इंडिया का ‘स्टेपनी’ कहा जाता था। हालांकि, राहुल पिछले कुछ वर्षों में एक सॉफ्ट टारगेट बन चुके हैं, फॉर्मेट चाहे जो भी हो। लेकिन जब-जब राहुल पर सवाल किया गया है उन्होंने अपनी बल्लेबाजी से आलोचकों को जवाब दिया है।
इस बल्लेबाज के करियर के शुरुआत दौर में उन्हें अगला विराट कोहली माना जाता था। लेकिन कई मौकों पर उनके शरीर और किस्मत ने उनका साथ नहीं दिया। खास तौर पर इंजरी के बाद कमबैक कर रहे राहुल का बल्ला काफी समय तक खामोश रहा। कई मौकों पर उनकी धीमी बल्लेबाजी भी परेशानी का सबब रही। लेकिन वनडे विश्व कप 2023 में कई मौकों पर यही बल्लेबाज टीम के लिए खड़ा रहा था। चाहे विदेशी जमीन हो या घरेलू सीरीज, हर जगह खुद को इतनी बार साबित करने के बाद भी राहुल की तुलना युवा सरफराज खान के साथ करना कितना ठीक है?