समय के सदुपयोग के विषय में बचपन से ही सिखाया जाने लगता है कि जीवन में समय का सही-सही उपयोग करने वाले लोगों को सफलता कदत चूमती है। यदि समय यों ही गंवा दिया जो जीवन भर ठोकरें खाने के अलावा कुछ हाथ नहीं आने वाला। लेकिन बचपन में किताबों मेें पढ़ी और बड़े बुजुर्गों के मुंह से सुनी समय के सदुपयोग की बातों को हम वास्तव में अपने दैनिक जीवन में कितना उतार पाते हैं ?
समय एक ऐसी पूंजी है जो एक बार हाथ से निकलने के बाद वापिस नहीं आती है। गरीब हो या अमीर, बालक हो या वृद्ध सभी के लिए दिन के 24 घंटे होते हैं अर्थात समय प्रकृति द्वारा सभी को बराबर रूप से प्रदान किया गया है। इसी में कोई अपना ढ़ेर सारा काम निपटा लेता है तो कोई कुछ भी नहीं कर पाता। आधुनिक युग में समय बचाने वाले बहुत से उपकरणों का प्रयोग होने लगा है। ऐसे में समय न होने का राग अलापना स्वयं को अयोग्य साबित करना है। आज अधिकांश स्त्रियां कामकाजी होती जा रही हैं। उनके ऊपर घर के काम के साथ-साथ बाहरी जिम्मेदारियां भी आ गई हैं। यदि सावधानियां बरती जाएं तो काफी हद तक व्यर्थ की व्यस्तता से बचा जा सकता है।
समय की कीमत समझ कर उसके व्यवस्थित बंटवारे पर ध्यान दीजिए। अलार्म घड़ी का सही-सही उपयोग करना आपके दैनिक जीवन को व्यवस्थित बना देगा। जितने बजे उठना हो, ठीक उतने ही बजे का अलार्म लगाकर सोएं, अलार्म बजते ही बिस्तर छोड़ दें इस समय आलस्य करने से फिर नींद का हमला हो सकता है। इस बात का ध्यान रखें कि यदि आप रात को ठीक से नींद लें लेंगी तो सवेरे तरोताजा उठेंगी, जिससे हर काम फुर्ती से करेंगी, ताजा नींद के लिए रात को हाथ-पांव धोकर सोएं।
जिसे वक्त की कीमत का अंदाजा है वह इसका सदुपयोग करते हुए सफलता के सोपान चढ़ता है जो इस का महत्व नहीं आंक पाता उसके हिस्से में आती है मानसिक तनाव और खीझ भरी जिंदगी।
संयुक्त परिवार में हो या एकल परिवार में दूसरे दिन की सुबह की तैयारी यदि पिछली रात को ही कर लें तो आप सवेरे हड़बड़ाहट और मानसिक तनाव से बच सकेंगे। दूध का बर्तन, चाय का सामान, नाश्ते की जरूरी चीजें और बर्तन वगैरह चौके में रख लें। जिन बच्चों को सुबह स्कूल जाना हो उनकी पुस्तकें वगैरह पहले ही बस्ते में रख दें, उनकी वर्दी वगैरह यथास्थान पर रख लें। इसकी वजह से सुबह आपको हड़बड़ी में परेशान नहीं होना पड़ेगा। नल में पानी अव्यवस्थित रूप से आता है तो रात को ही भरकर रख लें। रात में थोड़ी अतिरिक्त मेहनत आप को सुबह बहुत राहत देगी खासकर आपका मूड ठीक रखने में, फिर तो आप जानती ही हैं कि मूड ठीक होगा तो दिन भी भली भांति गुजरेगा।
घर में एक से अधिक महिलाएं होने पर वे घर का सारा काम निबटाकर लंबे समय तक गपशप करती रहती हैं। ऐसे में अतिरिक्त समय न लेते हुए हल्के-फुल्के कार्य करते हुए भी समय का बहुत बड़ा भाग बचाया जा सकता है। टेलीविजन देखते-देखते हम बीच-बीच में काफी अनमोल वक्त गवांते हैं। उस समय को भी आप बचा सकती हैं। जैसे लंबे समय तक टीवी पर एक जैसे विज्ञापनों का प्रसारण होता है उसे रोज-रोज देखने से कोई लाभ नहीं इस दौरान आप घर का छोटा, मोटा काम निबटा सकती हैं। आपके मन पसंद कार्यक्रम के शुरू होने तक कई काम आसानी से निबट जाते हंै। ऐसी कोशिश करें कि मनोरंजन के ये साधन आप की सुविधा पर निर्भर रहे न कि आप इनकी ऐसी दासी हो जाएं कि दिनचर्या ही प्रभावित हो जाए। नाश्ता करते-करते अखबार या पत्र-पत्रिकाएं भी पढ़ी जा सकती हैं। तथा वार्तालाप करते हुए घर के कई अन्य छोटे-मोटे कार्य किये जा सकते हैं।
पारदर्शी डिब्बों को इस्तेमाल में लें
कार्य प्रणाली को सहज बनाने के लिए रसोई व्यवस्था में आवश्यक परिवर्तन लाना चाहिए छोटे एवं व्यवस्थित रसोई घर में गृहिणी को कम भाग दौड़ करनी पड़ती है। रसोईघर की व्यवस्था उत्युक्त ढंग की होनी चाहिए।
बंद डिब्बों पर नाम पत्र लगाएं
जहां तक हो सके पारदर्शी डिब्बों को प्रयोग में लावें। भोजन पकाने के लिए अच्छे चूल्हों का प्रयोग करें। जिसमें उच्च मध्यम और धीमी आंच की व्यवस्था रहती है।
धूले हुए बर्तनों को छिद्रयुक्त शेल्फों में रखें। इससे इनका पानी निकल जाएगा आप पोंछने की क्रिया से बच जाएंगी। भोजन पकाने में पे्रशर कुकर का प्रयोग करें हैंडल लगे तवे, सौस पैन आदि का प्रयोग भी समय की बचत करता है। घर को धोने, पौछे से फर्श को धोने या झाडऩे के लिए लंबी झाडू, फूल झाडू आदि का प्रयोग करें। भीगे कपड़े द्वारा फर्श पौंछने के स्थान पर लंबे डंडे में स्पंज का प्रयोग करें। सफाई के लिए रासायनिक दवाओं हाईसोडियम, आर्थोफास्फेट आदि का प्रयोग करें। पूरे घर की सफाई में एक साथ हाथ न लगाए। एक-एक कमरे की सफाई पूरी करती जाएं, सफाई का काम योजनाबद्ध ढंग से करें।
धोए जाने वाले कपड़े रखने के लिए जालीदार बक्सा प्रयोग करें। घर के प्रत्येक सदस्य को यह निर्देश दें कि वह गंदे वस्त्र उसी में रखें। इससे गंदे कपड़ों को ढूंढने में समय नष्ट नहीं होगा।
कपड़ों को खंगालने के लिए बड़ी बाल्टी या टब का प्रयोग करें। कपड़ों को तार पर फैलाते समय निचौड़े हुए कपड़ों की बाल्टी को जमीन पर न रखें। इससे कपड़े लेने के लिए बार-बार झुकने में समय बर्बाद नहीं होता है अत: कपड़ों की बाल्टी को स्टूल पर रखें। इस तरह व्यवस्थित तरीके से काम करने पर आप के समय की बचत होगी और उस समय का प्रयोग आप अन्य किसी सार्थक कार्य के लिए कर सकती हैं।
इस थोड़ी सी अतिरिक्त मेहनत और सूझबुझ से आप हर दिन सूर्य की किरणों के साथ उदित होने वाले गृहस्थी के संघर्ष की पीड़ा को कम कर सकती हैं।
(मनोज पडि़हार ‘भारत-विनायक फीचर्स)