मथुरा। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वृन्दावन में संतों के साथ जलपान ग्रहण करने के दौरान कहा है कि वृन्दावन में मठ और मन्दिर नहीं बिकने चाहिए।
मुख्यमंत्री की संतों से हुई चर्चा का विवरण रविवार को देते हुए अखिल भारतीय चतुःसम्प्रदाय के अध्यक्ष फूलडोल महराज ने बताया कि मुख्यमंत्री ने संतों से इसकी जिम्मेदारी लेने का अनुरोध किया और कहा कि जो माफिया दबाव डालकर खरीदना चाहेगा ,उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।
उन्होंने बताया कि वृन्दावन काॅरीडोर पर भी मुुख्यमंत्री से चर्चा हुई तथा उन्होेने स्वयं कहा कि काॅरीडोर तो बनना ही चाहिए क्योंकि इससे तीर्थयात्रियों को सुविधा मिलेगी किंतु दुकानदारों को दुकान एवं मुआवजा तथा बांकेबिहारी मन्दिर के सेवादारों को मकान के लिए समुचित मुआवजा भी मिलना चाहिए।
संत ने यह भी बताया कि मुख्यमंत्री ने चौरासी कोस परिक्रमा के जीर्णोद्धार कार्यक्रम में संतों से सहयोग की अपेक्षा की और कहा कि सरकार तो कार्यक्रम करती है पर स्थानीय स्तर पर कोई अड़चन न हो तथा परिक्रमा के मूल स्वरूप में बदलाव न हो इसके लिए संतों को भी सहयोग करना चाहिए। बकौल संत फूलडोल महाराज योगी ने तो यहां तक कहा कि वे ब्रज के उत्थान के लिए समर्पित हैं। मुख्यमंत्री ने कुंभ क्षेत्र में वृक्षारोपण करने का भी आह्वान किया ।
मुख्यमंत्री ने जहां दीनदयाल वेटेरिनरी यूनिवर्सिटी में वृक्षारोपण भी किया वहीं उन्होंने वृन्दावन में परिक्रमा मार्ग पर जल निगम अर्बन द्वारा बनाई जा रही सीवर लाइन का भी निरीक्षण किया। सीवरलाइन का प्रतिस्थापन 500 मिमी से 600 मिमी व्यास का है जो 1420 मीटर लम्बी होगी तथा जिसमें 40 मेनहोल बनाए जाएंगे। इस परियोजना में सीवर लाइन के कुल प्रतिस्थापन में से 1220 मीटर को परिक्रमा मार्ग पर बदला जाना है। निरीक्षण के बाद मुख्यमंत्री पर्यटक सुविधा केन्द्र गए जहां उन्होंने संतों से विचार विमर्श के साथ जलपान भी किया।
मुख्यमंत्री ने शनिवार की देर शाम श्रीकृष्ण जन्मभूमि में भागवत भवन मन्दिर में पूजन अर्चन किया तथा बाद में उ0प्र0 व्रज तीर्थ विकास ट्रस्ट द्वारा श्रीकृष्ण जन्मभूमि परिसर में निर्मित हाल में ध्वनि एवं प्रकाश कार्यक्रम का लोकार्पण भी किया।