मुजफ्फरनगर। सहारनपुर स्थित मां शाकुंभरी विश्वविद्यालय द्वारा वार्षिक परीक्षा फीस में करीब सात गुना बढ़ोतरी किये जाने का आरोप लगाते हुए सोमवार को एक बार फिर से डिग्री कॉलेजों के छात्र-छात्राओं ने सड़क पर उतरकर जोरदार प्रदर्शन किया। इन विद्यार्थियों ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर घेराव किया और बेमियादी धरना शुरू कर दिया गया।
इसके साथ ही छात्र-छात्राओं ने चेतावनी दी कि यदि फीस कम नहीं की गयी, तो भूख हड़ताल करने को विवश होंगे। छात्र-छात्राओं के हंगामे की सूचना पर नगर मजिस्ट्रेट भी उनके बीच पहुंचे और समस्या को सुनकर समाधान का आश्वासन दिया।
राष्ट्रीय लोकदल छात्र सभा के जिलाध्यक्ष सार्थक लाटियान और छात्र नेता काजी फैज के नेतृत्व में सोमवार को विभिन्न डिग्री कॉलेजों के सैंकड़ों छात्र एवं छात्राएं कलेक्ट्रेट पहुंचे और जिलाधिकारी कार्यालय के समक्ष मां शाकुंभरी विश्वविद्यालय सहारनपुर के द्वारा फीस बढ़ोतरी करने के साथ ही विद्यार्थियों की अनेक समस्याओं के समाधान की मांग को लेकर धरना शुरू कर दिया।
सार्थक लाटियान ने कहा कि लगातार प्रदर्शन के बावजूद भी मां शाकुंभरी विश्वविद्यालय के द्वारा विद्यार्थियों की समस्याओं को लेकर कोई भी कदम नहीं उठाया जा रहा है, इससे विद्यार्थियों का भविष्य अंधकार में है। वो आर्थिक एवं मानसिक रूप से परेशान हैं। उन्होंने कहा कि करीब सात गुना फीस बढ़ाई जा चुकी है। ऐसे में अधिकांश संख्या में विद्यार्थियों और उनके परिजनों के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है।
उन्होंने कहा कि फीस बढ़ोतरी के साथ ही छात्रों के समक्ष अनेक प्रकार की भी समस्या बनी हुई हैं। इस दौरान छात्रों ने डीएम कार्यालय पर उग्र नारेबाजी करते हुए आक्रोश जताया। विद्यार्थियों के हंगामे की सूचना पर नगर मजिस्ट्रेट विकास कश्यप भी उनके धरने पर पहुंचे। उन्होंने छात्रों की समस्याओं को सुना और समाधान कराने का आश्वासन दिया, लेकिन विद्यार्थियों ने फीस वापसी तक धरना हटाने से मना कर दिया।
सार्थक लाटियान ने कहा कि जब तक मां शाकुंभरी यूनिवर्सिटी के द्वारा फीस बढ़ोतरी का निर्णय वापस नहीं लिया जाता और पूर्ववत फीस व्यवस्था लागू नहीं की जाती, तब तक कलेक्ट्रेट में छात्र-छात्राओं का यह धरना चलता रहेगा। उन्होंने कहा कि इस बेमियादी आंदोलन के बाद भी यदि राहत नहीं मिलती, तो भूख हड़ताल की जायेगी। इस दौरान कलेक्ट्रेट में भारी भीड़ होने से आवागमन भी प्रभावित रहा।