कन्नौज – समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ महाकुंभ में अपनो की खोज कर रहे खोये हुए लोगों और मृतकों के परिवारों को ‘गिद्ध’ कहकर अपमानित कर रहे हैं।
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श्री यादव ने मंगलवार को यहां मीडियाकर्मियों से बातचीत में कहा कि महाकुंभ में बड़ी संख्या में अब भी लोग अपनों को खोज रहे है कही भाई-भाई को ढूढ रहा है तो कहीं बेटा पिता को, बेटी मां को ढूढ रही है। काफी लोग अभी तक नहीं मिले है। क्या अपनों को ढूंढने वालों को मुख्यमंत्री ‘गिद्ध’ बोल रहे हैं। यह संवैधानिक पद पर बैठे एक मुख्यमंत्री की संवेदनहीनता की पराकाष्ठा है।
श्री यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री गोरखपुर में गिद्ध प्रजनन केन्द्र बना रहे हैं। गिद्ध की बात कहकर वह प्रयागराज महाकुंभ की भगदड के पीड़ित और दुखी परिवारों को अपमानित कर रहे है। प्रयागराज महाकुम्भ में जो भगदड हुई और व्यवस्था खराब हुई उसके लिए खुद मुख्यमंत्री जिम्मेदार है। वह किस बात की निगरानी और निरीक्षण करते रहे जो इतनी बड़ी घटना हो गयी।
श्री यादव ने कहा कि महाकुंभ में हुई भगदड़ मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार की नाकामी है। जिन लोगों की जान गयी मुख्यमंत्री जी उनकी सूची नहीं दे पाये। सरकार डरी हुई है इसी लिए अभी तक मृतकों का सही आंकड़ा और खोए लोगों की सूची नही दे पा रही है।
उन्होंने कहा कि भाजपा की लखनऊ और दिल्ली की सरकार आपस में लड रही है। लखनऊ और दिल्ली वाले एक दूसरे को गाली दे रहे हैं। लखनऊ वाले दिल्ली वालों को ‘सूअर’ कह रहे हैं। संगम में गंगा के पानी की गुणवत्ता को लेकर केन्द्रीय और राज्य एजेन्सियां आपस में टकरा रही हैं। राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड कह रहा है कि पानी साफ हैं वही केन्द्रीय प्रदूषण की रिपोर्ट है कि गंगा का पानी नहाने लायक नहीं है। उसकी गुणवत्ता को लेकर सवाल उठाये है। साथ ही गन्दगी को लेकर एनजीटी ने सवाल उठाया है। गंगा के पानी को लेकर हम लोगों ने नहीं खुद केन्द्र सरकार और उसकी एजेन्सियां सवाल उठा रही है। महाकुम्भ में साफ सफाई और श्रद्धालुओं के लिए शुद्ध जल उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी राज्य और
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केन्द्र सरकार की थी। दोनों सरकारें फेल हो गयी हैं। महाकुम्भ में इन्होेंने श्रद्धालुओं की आस्था के साथ खिलवाड़ किया है।
श्री यादव ने कहा कि कपड़ा पहनने से हर कोई योगी नही बन जाता है। भाषा, व्यवहार और आचरण से योगी बनते है। पूरा सनातनी समाज और जन-जन जानता है कि जब रावण ने सीतापुर मां का अपहरण किया था तब विशेष तरह का कपड़ा पहनकर साधू भेष धारण कर आया था हम सभी लोगों को ऐसे लोगों से सावधान रहना होगा, जिनकी भाषा और व्यवहार बहुत खराब हो चुका है।
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श्री यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री की भाषा अलोकतांत्रिक है वह समाजवादियों पर अनर्गल टिप्पणी कर रहे है। मुख्यमंत्री जी को समाजवाद, समाजवादियो और लोकतंत्र के बारे में कुछ नही पता है। समाजवादी सबको साथ लेकर चलते है। सबका सम्मान करते है। भाजपा की तरह नफरत नहीं फैलाते है। प्रदेश की जनता सब देख रही है कि भाजपा ने मंहगाई और भ्रष्टाचार फैलाकर सब कुछ बर्बाद कर दिया है। भाईचारा को नुकसान पहुंचाया है।
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उन्होंने भाजपा सरकार किसानों और गरीबों की सरकार नहीं है। भाजपा सरकार के नौ बजट में अभी तक किसानों, नौजवानों, गरीबों के लिए कुछ नहीं है। भाजपा सरकार किसानों को समय पर खाद, बीज और कीटनाशक दवाए नहीं दे पाती है। इस सरकार में हर विभाग और हर जगह भारी भ्रष्टाचार और लूट है। बड़े पैमाने पर बेरोजगारी है। सरकार ने नौजवानों को नौकरी, रोजगार नहीं दिया। युवाओं का भविष्य खराब कर दिया। अगर नौजवानों का भविष्य नहीं है तो प्रदेश का भारी नुकसान होगा। भाजपा सरकार और मुख्यमंत्री विधान सभा में झूठ बोल रहे है। किसानो और गॉव को बिजली नहीं मिल रही है। जो कुछ बिजली मिलती है वह बहुत मंहगी है।
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श्री यादव ने कहा कि इस सरकार ने जीएसटी लगाकर हर सामान को मंहगा कर दिया और मंहगाई बढ़ा दी। किसानों के सभी सामानो, कृषि यन्त्रों पर भी जीएसटी लगाकर मंहगा कर दिया। खेती का लागत मूल्य बढ़ गया लेकिन किसानों की आय नहीं बढ़ी। सरकार की मुनाफाखोरी के कारण मंहगाई चरम पर है। यह सरकार पूंजीपतियों को लाभ करा रही है और हर चीज से मुनाफा कमाना चाहती है। इसने अर्थव्यवस्था को बर्बाद कर दिया। प्रदेश और देश को कर्ज में डुबो दिया। जनता को ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था के नाम पर उलझाती रही है।