मेरठ। सेंट्रल मार्केट में शनिवार रात एक व्यापारी की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई। उनके निधन से व्यापारियों में रोष है। व्यापारियों ने आरोप लगाया कि आवास एवं विकास परिषद के ध्वस्तीकरण नोटिस भेजने के कारण व्यापारी कुछ दिन से मानसिक रूप से परेशान हैं। अधिकारियों का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश का अनुपालन कराने के लिए नोटिस भेजे जा रहे हैं।
मेरठ शास्त्रीनगर स्थित सेंट्रल मार्केट में सुरेंद्र सिंघल का सिंघल जनरल स्टोर 146/6 है। सुरेंद्र सिंघल को आवास एवं विकास परिषद ने नोटिस भेजा था। इसके बाद से वह परेशान थे। परिवार वालों और बाजार के व्यापारियों ने उन्हें काफी समझाया था। शनिवार सुबह दस बजे उन्हें हार्ट अटैक के बाद आनंद हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया, लेकिन जान नहीं बच पाई।
व्यापारी नेताओं का कहना है कि विभाग के नोटिस से व्यापारियों में खलबली है। सुरेंद्र सिंघल करीब 52 वर्ष के थे। कई दुकानदार अवसाद में हैं। पिछले तीस-चालीस साल से जमा-जमाया व्यापार एक झटके में उजड़ गया तो सब कुछ खत्म हो जाएगा। उन्होंने सरकार से व्यापारियों को राहत देने की मांग की। दूसरी ओर कुछ व्यापारियों का कहना है कि यदि बाजार के लिए आवास विकास की ओर से व्यापारियों के हित में कोई निर्णय न आया तो न जाने कितने व्यापारियों के लिए घातक होगा। जनप्रतिनिधि भी उनका साथ नहीं दे रहे हैं।
सेंट्रल मार्केट में 600 से ज्यादा दुकानदारों को नोटिस
सेंट्रल मार्केट में आवासीय भवनों में चल रही व्यावसायिक गतिविधियों को लेकर आवास विकास लगातार व्यापारियों को नोटिस भेज रहा है। अभी तक 600 से अधिक दुकानदारों को नोटिस भेजे जा चुके हैं। दरअसल, सुप्रीम कोर्ट ने 661/6 आवासीय भवन में बनी दुकानों को ध्वस्त करने के आदेश 17 दिसंबर 2024 को दिए थे। अभी तक 600 से ज्यादा दुकानदारों को अवैध निर्माण हटाने के नोटिस दिए जा चुके हैं। उधर विभाग के नोटिस से व्यापारियों में खलबली मची है। कई दुकानदार तो आवास विकास के नोटिस के बाद स्वयं ही दुकान बंद कर चुके हैं।