सर्दियों में चने की खेती किसानों के लिए बनेगी सोने का सौदा, भाजी की जबरदस्त डिमांड और दानों से मिलेगा रिकॉर्ड तोड़ उत्पादन और लाखों का मुनाफा

हमेशा यही सोचते हैं कि कौन-सी फसल ऐसी हो जिससे जल्दी और ज्यादा मुनाफा मिल सके। अगर आप भी यही सोच रहे हैं तो आज हम आपको ऐसी फसल के बारे में बताने जा रहे हैं जिसे उगाकर किसान दोहरा फायदा कमा सकते हैं। जी हाँ, हम बात कर रहे हैं चने की खेती की। इसकी खास बात यह है कि इसमें सिर्फ दाने ही नहीं बिकते बल्कि इसकी कोमल पत्तियों की भी बाजार में बहुत डिमांड रहती है। लोग इन पत्तियों को साग बनाकर बड़े चाव से खाते हैं और ठंड के सीजन में तो यह सब्जी महंगे दामों पर बिकती है। यही वजह है कि चने की खेती किसानों के लिए डबल मुनाफे का सौदा साबित होती है।
चने की भाजी की खासियत
चने की उन्नत किस्म और बुवाई
किसानों के बीच चने की उन्नत किस्में काफी लोकप्रिय हैं। इनमें खासकर आरवीजी-204 किस्म की डिमांड सबसे ज्यादा है। यह किस्म रोग प्रतिरोधक होती है और इसकी उपज क्षमता भी जबरदस्त होती है। इसकी बुवाई अक्टूबर महीने में करना सबसे अच्छा रहता है। खेत को तैयार करने के लिए गहरी जुताई करनी चाहिए और उसमें पुरानी सड़ी हुई गोबर की खाद डालनी चाहिए। इस किस्म की खेती के लिए प्रति एकड़ 25 से 30 किलो बीज पर्याप्त होते हैं। पंक्ति से पंक्ति की दूरी 25 सेमी और पौधे से पौधे की दूरी लगभग 10 सेमी रखना चाहिए।
पैदावार और मुनाफा
अगर आप चने की इस किस्म की खेती करते हैं तो प्रति एकड़ 12 से 15 क्विंटल तक उपज आसानी से मिल सकती है और अगर देखभाल अच्छी की जाए तो इससे भी ज्यादा उत्पादन हो सकता है। यही नहीं, शुरुआती चरण में इसकी कोमल पत्तियों को बेचकर आप अलग से अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। इससे किसान भाई दोगुना फायदा उठा सकते हैं क्योंकि एक ही फसल से साग और दानों दोनों की कमाई होती है।
किसान भाइयों, अगर आप इस बार खेत में ऐसी फसल उगाना चाहते हैं जो आपको डबल मुनाफा दे तो चने की खेती आपके लिए बेहतरीन विकल्प है। इसकी पत्तियों की डिमांड ठंड में काफी बढ़ जाती है और दाने तो सालभर मंडी में अच्छे दाम पर बिकते ही हैं। सही तरीके से खेती करने पर यह फसल आपको आर्थिक मजबूती दे सकती है और खेती को और भी फायदे का सौदा बना सकती है।
Disclaimer: यह लेख केवल जानकारी देने के उद्देश्य से लिखा गया है। खेती शुरू करने से पहले कृषि विशेषज्ञों की सलाह अवश्य लें।