अगर चाहते हैं खेती से ज्यादा मुनाफा तो इस बार रबी सीजन में अपनाएं ये तरीका, कमाई देख दंग रह जाएंगे

अगर आप भी इस रबी सीजन में खेती से ज्यादा मुनाफा कमाने की सोच रहे हैं तो आज मैं आपको एक ऐसी फसल के बारे में बताने जा रहा हूं जिसकी मांग हर सीजन में बनी रहती है और बाजार में इसकी कीमत भी किसानों को अच्छा फायदा दिलाती है। यह फसल है मीठे प्याज़ की खेती। राजस्थान के सीकर जिले के किसान लंबे समय से इसकी खेती कर रहे हैं और बताते हैं कि सही तकनीक अपनाकर एक बीघा खेत से पचास से साठ हजार रुपये तक की कमाई आसानी से की जा सकती है।
अब बात करते हैं कि एक बीघा खेत से इतना उत्पादन कैसे संभव हो पाता है। किसान बताते हैं कि वैज्ञानिक तरीके अपनाने और सही सिंचाई व्यवस्था करने से प्रति बीघा अस्सी से सौ क्विंटल तक प्याज़ का उत्पादन निकलता है। जब यह प्याज़ बाजार में बिकता है तो आसानी से पचास से साठ हजार रुपये की आमदनी हो जाती है। इसके साथ ही खेती में मजदूरों को भी रोजगार मिलता है। खेत की तैयारी से लेकर प्याज़ निकालने तक मजदूरों की जरूरत पड़ती है जिससे कई परिवारों को काम भी मिल जाता है।
मीठे प्याज़ की खेती करने का समय रबी सीजन में सबसे उपयुक्त होता है। किसान मध्य अक्टूबर से नवंबर तक इसकी नर्सरी तैयार करते हैं। बीजों को खेत में बोकर हल्की खाद और भुरभुरी मिट्टी से ढक दिया जाता है और फिर सिंचाई की जाती है। करीब 30 से 35 दिन बाद पौधे रोपाई के लिए तैयार हो जाते हैं। खेत में पौधे लगाने के बाद करीब 120 से 150 दिन में प्याज़ पूरी तरह तैयार हो जाता है।
मीठे प्याज़ की खासियत यह है कि इसे रबी और खरीफ दोनों सीजन में उगाया जा सकता है लेकिन राजस्थान जैसे इलाकों में रबी का समय सबसे बेहतर माना जाता है। अगर किसान आधुनिक तकनीक और मेहनत से खेती करें तो वे सिर्फ अपनी आमदनी नहीं बढ़ाते बल्कि दूसरे लोगों को भी रोजगार देते हैं और गांव की अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाते हैं।
प्याज़ की खेती आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प साबित हो सकती है। सही समय पर खेत की तैयारी गोबर की खाद और सिंचाई का ध्यान रखकर आप भी प्रति बीघा लाखों तक का फायदा उठा सकते हैं।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। खेती से जुड़ा कोई भी निर्णय लेने से पहले कृषि विशेषज्ञ या स्थानीय कृषि विभाग से सलाह जरूर लें।