कलराज मिश्रा के भतीजे को पुलिस ने 1.30 घंटे थाने में बैठाया, पीड़ित परिवार की मदद करने जा रहे थे !
पुलिस की पिटाई से हुई थी बीजेपी कार्यकर्ता की मौत !

गाजीपुर: राजस्थान के पूर्व राज्यपाल कलराज मिश्रा के भतीजे ओमकार मिश्रा और भाजपा के प्रदेश कार्य समिति सदस्य रामतेज पांडेय के काफिले को नोनहरा थाना क्षेत्र में पुलिस ने लगभग डेढ़ घंटे तक रोके रखा। काफिला पीड़ित परिवार से मिलने और आर्थिक मदद देने जा रहा था, लेकिन प्रशासन ने उन्हें थाने में बैठाकर वापस भेज दिया।
दोपहर 2:30 बजे काफिला नोनहरा पहुँचा, तब पुलिस ने थाने के सामने बैरियर लगाकर वाहनों को रोका। एएसपी ग्रामीण अतुल सोनकर खुद टीम के साथ मौजूद थे। लगभग डेढ़ घंटे थाने में बैठाने के बाद मृतक के बड़े भाई शशिकांत उपाध्याय से फोन पर बात कराई गई।
रामतेज पांडेय ने कहा कि उन्हें डर है कि प्रशासन पीड़ित परिवार को दबाव में डालने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने साफ किया कि पार्टी में कोई गुटबाजी नहीं है और सभी कार्यकर्ता कदम से कदम मिलाकर खड़े हैं।
दरअसल गाजीपुर जिले में 9 सितंबर की रात नोनहरा थाने में पुलिस लाठीचार्ज के दौरान भाजपा कार्यकर्ता सीताराम उपाध्याय की मौत हो गई। घटना के बाद इलाके में तनाव फैल गया।
घटना क्रम में बताया गया कि गठिया गांव निवासी ओंकार राय और अरविंद राय के बीच बिजली के खंभे को लेकर विवाद चल रहा था। ओंकार राय अपने ट्यूबवेल पर कनेक्शन के लिए अरविंद राय के खेत से पोल ले जा रहे थे, जिसे अरविंद राय ने रोका। इसके समर्थन में शेरपुर गांव के भाजपा नेता राजेश राय बागी, विपुल मिश्रा समेत 20 समर्थक नोनहरा थाने पहुँचे और पुलिस से बात न बनने पर धरने पर बैठ गए।
पुलिस ने देर रात बिजली बंद कर लाठीचार्ज किया, जिसमें कई लोग घायल हो गए। बाद में घायल सीताराम उपाध्याय की मौत हो गई। मृतक के पिता गिरजा उपाध्याय ने रोते हुए न्याय की मांग की और कहा कि उनके बेटे की मौत पुलिस की पिटाई के कारण हुई। घटना के बाद मृतक के घर सांत्वना देने पहुंचे भाजपा जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश राय पर ग्रामीणों ने भड़कते हुए पहले की टिप्पणियों का हवाला दिया और खरी-खोटी सुनाई।
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