मुज़फ्फरनगर के पूर्व सांसद संजीव बालियान जेवर कोतवाली में धरने पर बैठे, 2 दरोगा हुए सस्पेंड, एक लाइन हाज़िर
पनीर नकली बता कर नष्ट करने को लेकर हुआ था विवाद, बीजेपी नेता की पिटाई से बढ़ गया था विवाद

नोएडा/जेवर। यमुना एक्सप्रेसवे पर दिल्ली जा रही पनीर की गाड़ी पकड़े जाने और उसे नष्ट किए जाने के मामले ने बड़ा राजनीतिक रंग ले लिया है। पनीर नष्ट किए जाने को लेकर ग्रामीणों और कार्यकर्ताओं में पहले से ही नाराज़गी थी, लेकिन जब मौके पर पहुंचे बीजेपी किसान मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष प्रेमवीर सिंह के साथ कथित तौर पर पुलिसकर्मियों ने अभद्रता और हाथापाई की, तो मामला और तूल पकड़ गया। इसी घटना से आक्रोशित होकर मुजफ्फरनगर के पूर्व सांसद व पूर्व केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान शनिवार को जेवर कोतवाली पहुंच गए और बीजेपी कार्यकर्ताओं व ग्रामीणों के साथ धरने पर बैठ गए।
करीब छह घंटे तक चले इस धरने के दौरान माहौल बेहद तनावपूर्ण रहा। कार्यकर्ता और ग्रामीण लगातार पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते रहे। उनकी मुख्य मांगें थीं—
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नष्ट किए गए पनीर का पूरा पैसा डेयरी मालिक को वापस दिलाया जाए।
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स्थानीय बीजेपी नेता के साथ अभद्रता करने वाले पुलिसकर्मियों पर सख्त कार्रवाई की जाए।
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रिश्वत मांगने के आरोपों की निष्पक्ष जांच हो।
करीब छह घंटे तक चले इस हंगामे और आंदोलन के बाद आखिरकार पुलिस अधिकारियों को झुकना पड़ा। देर शाम तकरीबन साढ़े पांच बजे दो दरोगाओं को निलंबित किया गया, एक को लाइन हाजिर किया गया और तीन अन्य पुलिसकर्मियों का तबादला कर दिया गया। अधिकारियों ने यह भी भरोसा दिया कि यदि जांच में पनीर सही पाया गया तो उसका पूरा मूल्य डेयरी मालिक को लौटाया जाएगा। इसके बाद धरना समाप्त हुआ। धरना समाप्त होने के बाद भी कार्यकर्ताओं ने चेतावनी दी कि यदि जांच निष्पक्ष नहीं हुई और दोषी पुलिसकर्मी व अधिकारी बचाए गए, तो वे बड़ा आंदोलन करेंगे।
उधर, खाद्य सुरक्षा विभाग ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि कार्रवाई पूरी तरह नियमों के तहत की गई। सहायक खाद्य आयुक्त-2 सर्वेश कुमार मिश्रा ने बताया कि पनीर खुले में रखा हुआ था, उसमें बदबू आ रही थी और उस पर मक्खियां व कीड़े बैठे हुए थे। इसी कारण तत्काल कार्रवाई करते हुए 11.5 क्विंटल पनीर को जेसीबी से गड्ढा खोदकर नष्ट किया गया।
फूड इंस्पेक्टर रविंद्र वर्मा ने बताया कि शुक्रवार रात सूचना मिली थी कि दिल्ली में वीकेंड प्रोग्राम के लिए मिलावटी पनीर की बड़ी खेप जा रही है। यमुना एक्सप्रेसवे के जेवर इंटरचेंज पर पिकअप वाहन को रोककर जांच की गई, जिसमें प्रथम दृष्टया पनीर खराब व मिलावटी पाया गया। इसलिए सैंपल लेने के बाद पूरी खेप को नष्ट कर दिया गया।
उसी दौरान सूचना पर पहुंचे पनीर डेरी के मालिक बुलंदशहर के गांव कलाखुरी के लोकेंद्र सिंह व उनके साथी भवोकरा गांव के पूर्व प्रधान प्रेमवीर सिंह ने वाहन की चाबी निकाल कर पनीर को ठीक बताते हुए कार्रवाई का विरोध किया। इसी दौरान उनकी पुलिस कर्मियों से भी नोकझोंक हुई। जिसके बाद पुलिस ने पनीर मालिक, पूर्व प्रधान प्रेमवीर सिंह, प्रधान के चालक मुकुल को शांति भंग करने के आरोप में हिरासत में ले लिया। शनिवार सुबह को तीनों का चालान कर दिया।
शनिवार सुबह को पनीर मालिक व पूर्व प्रधान प्रेमवीर सिंह के समर्थन में सैकड़ों लोगों ने थाने का घेराव कर धरना शुरू कर दिया। उनके समर्थन में पहुंचे मुजफ्फर नगर के पूर्व सांसद व पूर्व केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान भाजपा कार्यकर्ताओं और ग्रामीणों के साथ धरनारत लोगों से वार्ता की।
इस प्रकरण ने कानून-व्यवस्था और प्रशासनिक कार्रवाई पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। संजीव बालियान का धरने पर बैठना और कार्यकर्ताओं का हंगामा साफ दर्शाता है कि यह मामला अब केवल खाद्य सुरक्षा तक सीमित नहीं, बल्कि राजनीतिक रंग भी ले चुका है।
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