रूडी के बयान पर भड़के संजीव बालियान,बोले- रोज-रोज अहंकार की बातें सुन रहा हूं, अब छेड़ोगे तो बता दूंगा !

मुजफ्फरनगर: दिल्ली के कांस्टीट्यूशन क्लब के प्रशासनिक सचिव पद के हालिया चुनाव में बीजेपी के वरिष्ठ नेता राजीव प्रताप रूडी ने हाल ही में एक बयान दिया था, जिसमें उन्होंने कहा कि मुजफ्फरनगर में लगभग 2 लाख राजपूत मतदाता हैं और अगर वे नाराज हो गए तो लोकसभा चुनाव में ‘बेचारे’ बालियान परेशान हो जाएंगे।
बालियान ने चुनाव में धांधली और फर्जी वोटिंग के गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने बताया कि वोटों की संख्या 629 थी, लेकिन गिनती के समय 669 दिखा दी गई। उन्होंने यह भी कहा कि सांसद सौमित्र खान, पूर्व सांसद बृजेंद्र सिंह और राजाराम के नाम से पहले ही वोट डाल दिए गए थे। उनके अनुसार, सौमित्र खान के पोस्टल बैलट पर फर्जी साइन किया गया था, जबकि बृजेंद्र और राजाराम के वोट पहले ही गिर चुके थे। बृजेंद्र और राजाराम गए तो बताया गया कि उनका वोट गिर चुका है। इस बात की शिकायत स्पीकर से की गई जो अब रिकॉर्ड पर है। स्पीकर कुछ करते तो नतीजे शायद कुछ और होते, लेकिन स्पीकर ने कहा कि चुनाव प्रक्रिया शुरू हो गई है, अब जो करना है, वो चुनाव अधिकारी ही करेंगे। उन्होंने कहा कि हमें इस बात का अंदाजा भी नहीं था कि सांसदों के भी फर्जी वोट पड़ जाएंगे। मैं बहुत सी बातें नहीं कहना चाहता। वह जिक्र ना छेड़ें तो हम भी ना छेड़ें।
एक न्यूज चैनल संग वार्ता में बालियान ने कहा- 'रूडी इस बात को यहीं छोड़ दें तो ज्यादा बेहतर रहेगा। लंबी खीचेंगे तो हम भी खींच देंगे। मेरे मित्रों से रूडी को समस्या है, तो वो उनकी समस्या है। रोज-रोज अहंकार की बातें सुन रहा हूं। अब छेड़ोगे तो बता दूंगा। बालियान ने कहा कि चुनाव में स्टाफ क्लब का था और सांसदों के वोट भी उनकी जानकारी के बिना डाले गए। उन्होंने आगे कहा, “रूडी अगर यह मुद्दा यहीं छोड़ दें तो बेहतर रहेगा, लेकिन अगर रोज़-रोज़ छेड़छाड़ जारी रही, तो हम भी कार्रवाई करेंगे।” उन्होंने बताया कि कई लोगों ने इसे ‘सांसदों का दोस्ताना चुनाव’ बताया और सुझाव दिया कि इसे छोड़ दें।
इस चुनाव में केवल पद और राजनीतिक गठजोड़ का ही असर नहीं दिखा, बल्कि समुदायिक मताधिकार का रंग भी साफ देखा गया। राजीव प्रताप रूडी और संजीव बालियान के बीच यह टकराव राजपूत और जाट मतदाताओं के असर को उजागर करता है। अब यह देखना होगा कि क्लब की कार्यपालिका इस विवाद और फर्जी वोटिंग के आरोपों पर क्या कार्रवाई करती है।
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