प्रेमानंद महाराज पहली बार पहुंचे श्रीबांकेबिहारी मंदिर, परिसर गूंजा ‘जय श्री राधे’

मथुरा । राधा नाम का प्रचार प्रसार कर देश दुनिया में सनातनियों को अपने प्रवचनों से प्रभावित करने वाले संत प्रेमानंद महाराज शुक्रवार को पहली बार आराध्य बांकेबिहारीजी के दर्शन को पहुंचे। अपने अनुयायियों संग मंदिर में जैसे ही संत प्रेमानंद पहुंचे, प्रांगण में मौजूद भक्तों में संत प्रेमानंद के पास पहुंचने की होड़ लग गई। विदित रहे कि बाढ़ का दृश्य देखकर व्यथित हुए प्रेमानंद महाराज आज अपने आराध्य से प्रार्थना करने पहुंचे है।
ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में शुक्रवार की सुबह करीब सवा दस बजे भक्तों की भीड़ से मंदिर प्रांगण भरा था। इसी बीच मंदिर के गेट संख्या दो से जैसे ही अनुयायियों संग संत प्रेमानंद ने मंदिर में एंट्री की, भक्त उल्लासित हो गए। प्रेमानंद महाराज ने मंदिर में ठा. बांकेबिहारी जी के विधिवत दर्शन कर पूजा-अर्चना की। मंदिर के सेवायतों द्वारा उन्हें पूरी श्रद्धा और रीति-रिवाज के साथ पूजा करवाई गई। दर्शन के दौरान माहौल भक्तिमय हो गया और मंदिर परिसर ’जय श्री राधे’ के जयकारों से गूंज उठा। महाराज जी की एक झलक पाने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ बेकाबू होती नजर आई। कोई राधे राधे का जाप करने लगा तो कोई मेरे गुरुजी मेरे गुरुजी कहकर संत का सामीप्य पाने की होड़ में लग गया। गेट नंबर दो से आगे बढ़ते हुए वीआईपी कटहरा तक पहुंचे तो भीड़ को दूर करने में अनुयायियों और सुरक्षा गार्डों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ा।
संत प्रेमानंद ने वीआईपी कटहरा में पहुंचकर आराध्य बांकेबिहारीजी के दर्शन किए। मंदिर सेवायत सोनू गोस्वामी ने संत प्रेमानंद को वैदिक मंत्रोचारण के मध्य पूजा अर्चना करवाई। इससे पहले करीब साढ़े नौ बजे संत प्रेमानंद ने राधावल्लभ पहुंचकर दर्शन एवं पूजा अर्चना की।
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