नोएडा। सेक्टर-29 स्थित नोएडा शहीद स्मारक के 24वें स्थापना दिवस पर थल सेनाध्यक्ष जनरल उपेन्द्र द्विवेदी पीवीएसएम, एवीएसएम, समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए।
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समारोह का मुख्य उद्देश्य स्थानीय युवाओं को प्रेरित करने के लिए सैनिक और नागरिकों को एक मंच पर लाना रहा। यह कार्यक्रम सशस्त्र बलों की परंपराओं को ध्यान में रखते हुए, सैन्य सटीकता के साथ और गंभीर और गरिमापूर्ण तरीके से आयोजित किया गया। मुख्य अतिथि जनरल उपेन्द्र द्विवेदी द्वारा पुष्पांजलि अर्पित करने के बाद क्रमशः नौसेना और वायु सेना की ओर से लेफ्टिनेंट जनरल भवनीश कुमार, और एयर वाइस मार्शल राजीव तलवार ने श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके बाद तीनों सेनाओं के फ्लैग रैंक अधिकारी, गौतमबुद्ध नगर के 42 शहीदों के परिवार, संस्था के अध्यक्ष, आईएएस और आईएफएस अधिकारी, अरुण विहार और जलवायु विहार संस्थानों के प्रमुख, स्कूलों के प्रधानाचार्य और छात्र और आम नागरिक ने श्रद्धांजलि दी। कार्यक्रम के दौरान ट्राई सर्विसेज गार्ड और बिगुलर उपस्थित रहें। एपीएस का क्वायर ग्रुप द्वारा देश भक्ति गीतों का आयोजन किया गया। इसके बाद एपीएस के लॉन में मुख्य अतिथि और सेना, नौसेना और वायु सेना के प्रतिनिधियों ने आगंतुक पुस्तिका पर हस्ताक्षर किया। इस दौरान सुनीता द्विवेदी और जनरल ने शहीदों के परिवारों के साथ बातचीत की और उनके अपार बलिदान की सराहना की।
कार्यक्रम के दौरान पत्रकारों से बातचीत करते हुए जनरल उपेन्द्र द्विवेदी ने कहा कि भारतीय सेना का रोल सिर्फ सिक्योरिटी के लिए नहीं है। नेशन बिल्डिंग में भारतीय सेना एक अहम भूमिका निभाती हैं। चाहे वो इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट हो, चाहे स्किल ट्रेनिंग हो या किसी प्रकार की सिक्योरिटी प्रोवाइड करनी हो। इंटरनल हालातों में मानवीय सहायता और डिजास्टर रिलीफ में भी हमारी भूमिका होती है। जहां तक विकसित भारत की बात है, भारतीय सेना ने एक डिकेड ऑफ ट्रांसफॉर्मेशन नियुक्त किया है, जिसमें हमने पांच मुख्य पिलर्स नियुक्त किए हैं, जिसमें कि रीस्ट्रक्चरिंग है, मॉडर्नाइजेशन है, सिस्टम प्रोसेसर फंक्शनिंग है।
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इस मौके पर पीआरओ मीडिया निदेशक कमांडर नरिंदर महाजन ने बताया कि स्वागत भाषण के बाद सेना प्रमुख द्वारा स्मारक 2025 की स्मारिका का विमोचन किया गया। उन्होंने बताया कि समर्पण दिवस 13 अप्रैल 2025 को मनाया जाएगा। इसी दिन तत्कालीन तीन सेवाओं के प्रमुखों ने स्मारक को राष्ट्र को समर्पित किया था।