चंडीगढ़। हरियाणा के अंबाला से भारतीय जनता पार्टी के सांसद एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री रतनलाल कटारिया का गुरुवार तड़के पीजीआई चंडीगढ़ में निधन हो गया। उन्होंने 72 वर्ष की आयु में आखिरी सांस ली। वो कुछ दिनों से अस्वस्थ थे। उनके निधन से भारतीय जनता पार्टी ने अपने प्रखर वक्ता एवं दलित नेता को खो दिया है। उनकी गिनती हरियाणा में पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी की टोली के प्रमुख नेताओं के रूप में होती रही है।
भाजपा नेता कटारिया का जन्म 19 दिसंबर 1951 को हरियाणा के यमुनानगर जिले के गांव संधली में हुआ था। पांच दशक पहले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से सार्वजनिक जीवन शुरू करने वाले कटारिया ने हरिजन कल्याण निगम के अध्यक्ष और गुरु रविदास सभा के अध्यक्ष का पद संभाला। रतन लाल कटारिया को करीब दो माह पहले बुखार हुआ था। उसके बाद फेफड़ों में दिक्कत के चलते पीजीआई चंडीगढ़ में भर्ती कराया गया। यहां करीब डेढ़ माह उनका इलाज चला।
कटारिया के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा है कि पार्टी ने एक जुझारू नेता को खो दिया है। बहुत कम लोगों को पता है कि कटारिया कई अवसरों पर पार्टी के कार्यक्रमों में संगठन की मजबूती के लिए गीत गाते थे। उल्लेखनीय है कि देश मे जब पहली बार यूपीए की सरकार बनी तो चीनी के दाम बहुत बढ़ गए थे। इस पर कटारिया ने गीत लिखा-चीनी जांदी ए छलांगा मारदी, मेनू याद आई अटल सरकार दी। कटारिया का यह गीत पूरे हरियाणा में चर्चित हुआ था।
भाजपा के वरिष्ठ नेता कटारिया को मात्र 13 वर्ष की उम्र में बाल कलाकार के रूप में प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने सम्मानित किया था। उन्होंने लोकसभा में 1999, 2014 और 2019 में अंबाला निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधितत्व किया। मई 2019 में वो केंद्रीय जल शक्ति एवं सामाजिक न्याय अधिकारिता मंत्री बने।
इससे पहले वर्ष 2000 से 2003 तक हरियाणा भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष रहे। अक्टूबर 2000 में भाजपा की बात पत्रिका का संपादन किया। कटारिया वर्ष 1987 में रादौर से विधायक भी रहे और तत्कालीन सरकार में राजस्व मंत्री बने। वर्ष 1996 में उन्हें हरियाणा वेयर हाउसिंग कॉरपोरेशन का चेयरमैन भी बनाया गया था।