प्रयागराज । उमेश पाल हत्याकांड को 2 महीने से अधिक समय बीत गया है, लेकिन अब तक पुलिस शाइस्ता परवीन और गुड्डू मुस्लिम को गिरफ्तार नहीं कर पाई है। शाइस्ता की अब तक कोई खोज-खबर नहीं मिली है। दूसरी तरफ गुड्डू इस तरह से भागता फिर रहा है, जैसे उसे पता है कि पुलिस और एसटीएफ उसके पीछे तभी आएगी, जब वह ठिकाना बदल देगा।
उल्लेखनीय है कि अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन 24 फरवरी की शाम घटना के बाद एक दिन चकिया में ही रही। पुलिस ने उसके दो नाबालिग बेटों को उठा लिया था, लेकिन उसे नहीं पकड़ा था। फिर वह भी भागी तो अब मिल नहीं रही है। पुलिस और एसओजी के अलावा एसटीएफ ने चकिया और हटवा से लेकर कानपुर, लखनऊ, दिल्ली तक तमाम ठिकानों पर खोजबीन की, लेकिन अब तक नतीजा शून्य है।
यही हाल बमबाज गुड्डू मुस्लिम और बाकी दो शूटरों अरमान बिहारी तथा साबिर के बारे में भी है। क्या शूटर अरमान बिहार में सरेंडर कर जेल में बंद है। इस पर भी पुलिस अधिकारी कुछ नहीं बता पा रहे हैं।
बड़ी बात यह है कि शाइस्ता न ही अपने बेटे असद के जनाजे पर पहुंची और न ही अपने पति अतीक अहमद की अंतिम विदाई में शामिल हुई। माना यह भी जा रहा है कि वह अब अतीक का गैंग संभालने की फिराक में है। क्या वह अतीक के ही लोकल नेटवर्क का इस्तेमाल कर पुलिस से बच रही है। उत्तर प्रदेश की टास्क फोर्स उसे लेकर हर कोने में सर्च ऑपरेशन चला रही है। शाइस्ता को माफिया घोषित कर दिया गया है।