मुज़फ्फरनगर में धूमधाम से निकली विश्वकर्मा जयंती की भव्य शोभा यात्रा, महाआरती ने मोहा मन, भंडारे का आयोजन

मुजफ्फरनगर। सृष्टि रचयिता भगवान विश्वकर्मा के पूजा दिवस पर मुजफ्फरनगर में धार्मिक उत्साह और सामाजिक एकता का अनुपम दृश्य देखने को मिला। विश्वकर्मा चौक समिति द्वारा विश्वकर्मा चौक पर हवन और पूजन के बाद विशाल भंडारे तथा भव्य शोभा यात्रा का आयोजन किया गया। इस अवसर पर भगवान विश्वकर्मा के उपदेशों पर चलने का संकल्प लिया गया और शिल्पकारों व अभियंताओं के जीवन में सुख-शांति की कामना की गई। शोभा यात्रा का जगह-जगह स्थानीय लोगों ने स्वागत किया, जो सामुदायिक सद्भाव का प्रतीक बनी।
शोभा यात्रा में भगवान विश्वकर्मा की प्रतिमा को आकर्षक झांकियों के साथ ले जाया गया। रुड़की रोड पर अखिल भारतीय विश्वकर्मा महासभा ने यात्रा का भव्य स्वागत किया और उसके बाद विशाल भंडारे का आयोजन किया। इस भंडारे में विश्वकर्मा समाज सहित सर्वसमाज के हजारों लोग शामिल हुए, जिन्होंने एक-दूसरे के साथ प्रसाद ग्रहण कर एकता का संदेश दिया। आयोजकों ने कहा कि भगवान विश्वकर्मा शिल्प के देवता हैं, जिनकी कृपा से श्रमिक व उद्योगपति आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में योगदान दे रहे हैं।
'आत्मनिर्भर और विकसित भारत' के संकल्प के साथ पूजा दिवस मनाया गया। व्यापारियों और उद्योगपतियों ने भी अपनी इकाइयों में पूजा अर्चना की। मुख्य अतिथि के रूप में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी, श्री कपिल देव अग्रवाल, मिथिलेश पाल, मंत्री अनिल कुमार, डॉ. संजीव बालियान, मीनाक्षी स्वरूप, गौरव स्वरूप, हरेंद्र मलिक, राकेश शर्मा आदि ने शिरकत की।
भूपेंद्र चौधरी ने कहा, “भगवान विश्वकर्मा के आशीर्वाद से हमारे सृजनशील श्रमिकों पर अनुकंपा बनी रहे। यह पूजा दिवस हमें कर्तव्यनिष्ठा और सेवा भाव की प्रेरणा देता है।”
शाम को विश्वकर्मा चौक पर महा आरती का भव्य आयोजन हुआ, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में क्षेत्रीय पुलिस अधिकारी राजू साव और सिटी मजिस्ट्रेट प्रकाश सिंह राठौर उपस्थित रहे। आरती के दौरान भक्तिमय वातावरण में भगवान विश्वकर्मा की स्तुति की गई। कार्यक्रम का संचालन डॉ. नरेश विश्वकर्मा, मुकेश धीमान (ग़ालिब पूर), रजत विश्वकर्मा सभासद, जगदीश पांचाल, शेरपाल पांचाल, नरेश पांचाल, मनोज पांचाल, विजेंद्र धीमान अंन्ती, उमेश धीमान, संदीप धीमान (SBI), विनीत धीमान (मीडिया प्रभारी भाजपा), विपिन धीमान, प्रदीप धीमान (मंदिर इंचार्ज), मुकेश कुमार धीमान, अशोक धीमान, सरदार बलविंदर, ओमप्रकाश धीमान, राधेशाम विश्वकर्मा, सत्यवर्त आर्य, सतीश धीमान, आदित्य धीमान, कार्तिक धीमान, राजू पिना, जनार्दन विश्वकर्मा, सुनील विश्वकर्मा, निर्मल धीमान, नरेश विश्वकर्मा, नाथीराम धीमान, विनोद धीमान, देवव्रत धीमान, आनंद धीमान, सूरज धीमान, अक्षय विश्वकर्मा, सुरेंद्र धीमान, भूषण धीमान, राजीव धीमान, पवन पांचाल, नितिन पांचाल उर्फ घोलू, भीष्म धीमान आदि ने किया।
यह आयोजन न केवल धार्मिक उत्सव का प्रतीक बना, बल्कि सामाजिक सद्भाव और सांस्कृतिक धरोहर को मजबूत करने का माध्यम भी साबित हुआ। स्थानीय लोगों ने इसकी सराहना की और भगवान विश्वकर्मा की कृपा से समृद्धि की कामना की। विश्वकर्मा पूजा दिवस पर सम्पूर्ण भारत और विश्व में भी इसी प्रकार के उत्साहपूर्ण आयोजन हुए, जो शिल्पकारों की एकता को दर्शाते हैं।