मुजफ्फरनगरः भाकियू अराजनैतिक के प्रदूषण विरोधी आंदोलन को मिली बड़ी सफलता, डीएम ने ठोस अवशिष्ट के परिवहन पर लगाई रोक
मुजफ्फरनगर। भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक के प्रदूषण विरोधी आंदोलन को बड़ी सफलता मिली है। संगठन के लगातार विरोध और धरना-प्रदर्शन के बाद जिलाधिकारी ने कड़ा संज्ञान लेते हुए बाहरी जनपदों से मुजफ्फरनगर लाए जा रहे नगरपालिका ठोस अवशिष्ट (कूड़ा) के उपयोग एवं परिवहन पर रोक लगा दी है। साथ ही इस पूरे प्रकरण की निगरानी के लिए एक कमेटी का गठन भी किया गया है।
भाकियू अराजनैतिक के जिला अध्यक्ष धर्मेंद्र मलिक ने कहा कि यह कार्रवाई उन लोगों के लिए करारा जवाब है, जो यह दावा कर रहे थे कि कूड़े से किसी प्रकार का प्रदूषण नहीं होता। उन्होंने कहा कि इस निर्णय से जिले की जनता को बड़ी राहत मिली है और लोग अब प्रदूषण के प्रति जागरूक होकर ऐसे ट्रकों को पकड़कर वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर साझा कर रहे हैं, जो आंदोलन की सफलता को दर्शाता है।
संगठन का दावा है कि औद्योगिक इकाइयों में कूड़ा जलाने पर रोक लगने के बाद शहर की वायु गुणवत्ता में उल्लेखनीय सुधार हुआ है। एयर क्वालिटी इंडेक्स, जो पहले लगभग 400 तक पहुंच गया था, अब घटकर 174 के आसपास आ गया है।
भाकियू अराजनैतिक के युवा मंडल प्रभारी कुशलवीर ठाकुर ने पेपर मिल एसोसिएशन के उस बयान पर कड़ी आपत्ति जताई है, जिसमें धरना देकर ठेके मांगने की बात कही गई थी। उन्होंने मांग की कि ऐसे लोगों के नाम सार्वजनिक किए जाएं, अन्यथा संबंधित व्यक्ति के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कुछ लोग अपने स्वार्थ के लिए जनता के स्वास्थ्य से खिलवाड़ कर रहे हैं और शहर के प्रबुद्ध नागरिकों को इस पर गंभीरता से विचार करना चाहिए।
भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक ने प्रदूषण नियंत्रण को लेकर की गई प्रशासनिक कार्रवाई के लिए जिला प्रशासन का आभार व्यक्त किया है।
