दिग्विजय सिंह के बयान पर मचा बवाल: बांग्लादेश हिंसा की भारत से तुलना; भाजपा बोली- 'देश का अपमान करना कांग्रेस का स्वभाव'
भोपाल। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस से राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने बांग्लादेश में हिंदू और ईसाई समुदाय के साथ हो रही हिंसा पर विवादित बयान दिया है। दिग्विजय सिंह ने कहा कि बांग्लादेश में बन रहे हालात के पीछे वही कट्टरपंथी और धर्मांध ताकतें हैं, जो धर्म के नाम पर राजनीति करती हैं। उनके बयान के बाद सियासी पारा गर्मा गया है। बीजेपी ने दिग्विजय सिंह के बयान पर पलटवार किया है और उन्हें आतंकवादी ताकतों का हिमायती बताया है।
दरअसल मंगलवार काे दिग्विजय सिंह ने दिल्ली में कहा है कि "जो हालात हमारे देश में हैं, यहां वही धर्मांध फैलाने वाली कट्टरपंथी ताकतें जिस प्रकार से अल्पसंख्यक समुदाय के खिलाफ कार्रवाई कर रही हैं, वही रिएक्शन वहां पर उस प्रकार का हो रहा है।" उन्हाेंने बांग्लादेश के अंतरिम सरकार के प्रमुख यूनुस से मांग करते हुए कहा- "हम बांग्लादेश में हमारे हिंदू और ईसाई भाइयों के साथ जो हो रहा है, उसकी निंदा करते हैं। वहां के प्रमुख मोहम्मद यूनुस साहब, जो खुद एक प्रतिष्ठितअर्थशास्त्री हैं, उन्हें इस मामले में सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।"
भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा ने किया पलटवार
बांग्लादेश को लेकर दिग्विजय सिंह के बयान पर भाेपाल की हुजूर से बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा ने पलटवार किया है। रामेश्वर ने कहा कि दिग्विजय सिंह 10 साल तक मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद रहे हैं, इसके बावजूद वे आज तक यह तय नहीं कर पा रहे हैं कि वे भारत के नागरिक हैं या फिर पाकिस्तानी। वे आईएसआई के एजेंट की तरह बात कर रहे हैं।
उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि क्या दिग्विजय सिंह अलकायदा के एजेंट हैं या अंतरराष्ट्रीय आतंकियों ने उन्हें अपनी तरफ से प्रवक्ता बनने की सुपारी दे रखी है। बांग्लादेश में हिंदुओं के साथ जो अत्याचार हो रहे हैं, उसके पीछे भारत में कौन सी ऐसी घटना है, जिसका रिएक्शन वहां दिख रहा है।
रामेश्वर ने कहा कि चाहे इंस्पेक्टर मोहन शर्मा का कांड हो या मुंबई में हुए बम धमाके, इन्होंने (दिग्विजय) आतंकवादियों का साथ दिया था। यह दिग्विजय ही हैं, जिन्होंने आतंकवादियों को 'जी' कहकर सम्मानित किया। आज भी बांग्लादेश में हिंदुओं के साथ जो नरसंहार हो रहा है, मंदिर-गुरुद्वारा जलाए जा रहे हैं। निर्दोष हिंदुओं को आग लगाई जा रही है। तब भी ये पीड़ितों के समर्थन में बोलने की बजाय आतंकवादियों और कट्टरपंथी इस्लामी आतंकवादियों को सहारा दे रहे हैं, उनके प्रवक्ता बन रहे हैं। यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। ये दिखाता है कि जो कांग्रेस कल तक जिन्ना के साथ थी, आज वह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस्लामिक आतंकवाद के साथ खड़ी है।
