2025 बिहार चुनाव: वाम दलों ने बाहरी नेताओं की 400 सदस्यीय फौज उतारी, महागठबंधन के साथ रणनीतिक तालमेल

Bihar News: बिहार में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर वामपंथी दलों ने कमर कस ली है। इस बार महागठबंधन को मजबूती देने के लिए बाहरी राज्यों के करीब 400 नेता और संगठनकर्ता चुनावी मैदान में उतरेंगे। इनमें पश्चिम बंगाल, केरल, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, दिल्ली, पंजाब, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और झारखंड से लेकर कई अन्य प्रदेशों के दिग्गज नेता शामिल होंगे।
बूथ स्तर पर समन्वय की रणनीति
जेएनयू और दिल्ली यूनिवर्सिटी के छात्र भी मैदान में
दिल्ली से जेएनयू और दिल्ली यूनिवर्सिटी के छात्र नेता भी इस चुनावी अभियान में सक्रिय भूमिका निभाएंगे। भाकपा ने अन्य प्रदेशों से आने वाले नेताओं और संगठनकर्ताओं की सूची केंद्रीय पोलित ब्यूरो की सहमति से तैयार की है। पार्टी का मानना है कि इस चुनाव पर पूरे देश की निगाहें हैं और ऐसे में हर मोर्चे पर मजबूती से महागठबंधन के साथ उतरना जरूरी है।
वाम दलों का साझा संकल्प
भाकपा के राज्य सचिव रामनरेश पाण्डेय ने कहा कि बिहार चुनाव सिर्फ राज्य तक सीमित नहीं है बल्कि इसका राष्ट्रीय असर होगा। इसी कारण पार्टी पूरी ताकत से महागठबंधन के साथ कदम से कदम मिलाकर लड़ेगी। वहीं माकपा के राज्य सचिव ललन चौधरी के अनुसार 10 अक्टूबर के बाद विभिन्न प्रांतों से चार दर्जन से ज्यादा नेताओं की आमद होगी, जो प्रचार अभियान की कमान संभालेंगे।
शीर्ष नेताओं की अगुवाई
इस चुनावी रणनीति में वाम दलों के शीर्ष नेताओं की भूमिका अहम होगी। भाकपा के महासचिव डी. राजा और अमरजीत कौर, माकपा के महासचिव एमए बेबी, प्रकाश करात, विजय राघवन, अशोक धावले, सुभाषिणी अली और वृंदा करात प्रमुख चेहरों के रूप में प्रचार अभियान की जिम्मेदारी संभालेंगे। वहीं भाकपा-माले के महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य और स्वदेश भट्टाचार्य भी रणनीतिक कौशल के साथ मैदान में उतरेंगे।