विकास और कानून व्यवस्था पर नीतीश का जोर, कार्यकर्ताओं से जनता तक बदलाव की गाथा पहुँचाने का आह्वान

Bihar News: गोपालगंज: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को हथुआ बड़का गांव स्थित आदर्श मुक्ति उच्च विद्यालय परिसर में आयोजित कार्यकर्ता संवाद कार्यक्रम में लालू-राबड़ी शासनकाल को बिहार की दुर्दशा का सबसे बड़ा कारण बताया। उन्होंने कहा कि उस दौर में न तो कानून व्यवस्था थी और न ही लोगों का जीवन सुरक्षित।
लालू-राबड़ी शासन को ठहराया जिम्मेदार
एनडीए सरकार को बताया बदलाव की शुरुआत
मुख्यमंत्री ने 2006 में बनी एनडीए सरकार को बिहार के बदलाव की शुरुआत बताते हुए कहा कि उसी सरकार ने कानून का राज स्थापित किया। उन्होंने दावा किया कि एनडीए ने विकास की नई व्यवस्थाएं लागू कर भ्रष्टाचार और अपराध पर लगाम लगाई।
अपराध और भ्रष्टाचार पर अंकुश
नीतीश कुमार ने कहा कि पिछली सरकार में विकास ठप था, सड़कें जर्जर थीं, शिक्षा और स्वास्थ्य की हालत खराब थी। उन्होंने बताया कि एनडीए शासन में इन सभी क्षेत्रों में सुधार हुआ और जनता का विश्वास दोबारा बहाल किया गया।
कार्यकर्ताओं से विकास को जन-जन तक पहुँचाने की अपील
संवाद कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कार्यकर्ताओं से कहा कि बिहार की वास्तविक प्रगति तभी संभव है जब सब मिलकर कानून और विकास को आम जनता तक पहुँचाएं। उन्होंने जोर देकर कहा कि यह जिम्मेदारी केवल सरकार की नहीं, बल्कि हर कार्यकर्ता की भी है।
कार्यकर्ताओं का उत्साह और संकल्प
मुख्यमंत्री की बातों को सुनकर कार्यकर्ताओं ने उत्साहपूर्वक समर्थन किया और उनके नेतृत्व में राज्य के विकास में योगदान देने का संकल्प लिया। नीतीश कुमार ने स्पष्ट किया कि वर्तमान सरकार का लक्ष्य पिछली सरकारों की कमी को पूरा करना और बिहार को समृद्ध राज्यों की श्रेणी में लाना है।