हरियाणा में राइस मिलिंग का महत्त्वपूर्ण अपडेट: सरकार ने मिलर्स की मांगे मानी, फिर भी मंडियों में धान की खरीद धीमी

c
पीआर धान की खरीद और मिलर्स की भूमिका
मंडियों में खरीद धीमी, नमी और सत्यापन मुख्य कारण
सरकारी खरीद शुरू होने के तीसरे दिन तक पीआर धान की खरीद में कोई विशेष सुधार नहीं हुआ। बुधवार तक 11 जिलों में धान पहुंचा, जिसमें से केवल छह जिलों में खरीद हुई। सबसे अधिक कुरुक्षेत्र में और सबसे कम पानीपत में खरीद हुई। मुख्य कारण धान में 17 प्रतिशत से अधिक नमी और पोर्टल पर मेरी फसल-मेरा ब्योरा पंजीकरण का सत्यापन न होना बताया गया।
जिलों की स्थिति और मंडियों में आवक
बुधवार तक 11 जिलों में कुल 91,490 मीट्रिक टन पीआर धान मंडियों में आया। इसमें से केवल 25,811 मीट्रिक टन की खरीद हो सकी। बाकी 65,689 मीट्रिक टन धान अभी भी मंडियों में पड़ा है। अंबाला में 22,640 मीट्रिक टन धान पहुंचा, जिसमें से केवल 4,288 मीट्रिक टन की खरीद हुई। यमुनानगर में 12,000 से अधिक मीट्रिक टन पीआर धान मंडियों में पड़ा है, लेकिन केवल 3,472 टन की खरीद हुई।
पांच जिलों में धान की खरीद नहीं हुई
प्रदेश के जींद, हिसार, करनाल, फतेहाबाद और सोनीपत में धान की आवक बढ़ी, लेकिन कोई खरीद नहीं हुई। इससे किसान परेशान हैं। उदाहरण के लिए, जींद में 347, हिसार में 65, करनाल में 3,400, फतेहाबाद में 139 और सोनीपत में 69 मीट्रिक टन धान मंडियों में पहुंचा, पर खरीद नहीं हुई।
राइस मिलर्स का पंजीकरण
किसानों ने पोर्टल पर पंजीकरण करवा लिया है, लेकिन कई जिलों में राइस मिलर्स ने पंजीकरण नहीं कराया।
- कैथल: 108
- सिरसा: 2
- अंबाला: 45
- करनाल: 30
- फतेहाबाद: 140
यमुनानगर, जींद, कुरुक्षेत्र, पानीपत में अब तक कोई पंजीकरण नहीं
जिलों में आवक और खरीद की स्थिति
- अंबाला: 24,186 मीट्रिक टन आवक, 8,476 मीट्रिक टन खरीद
- कैथल: 3,489 मीट्रिक टन आवक, 138 मीट्रिक टन खरीद
- कुरुक्षेत्र: 34,917 मीट्रिक टन आवक, 11,294 मीट्रिक टन खरीद
- पंचकूला: 4,870 मीट्रिक टन आवक, 2,424 मीट्रिक टन खरीद
- पानीपत: 1,456 मीट्रिक टन आवक, खरीद नहीं हुई
- यमुनानगर: 15,326 मीट्रिक टन आवक, 3,472 मीट्रिक टन खरीद