मुजफ्फरनगर। जिला निर्वाचन अधिकारी एवं जिलाधिकारी उमेश मिश्रा ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग, नई दिल्ली के निर्देश पर जनपद के दो पंजीकृत अमान्यता प्राप्त राजनैतिक दलों को “कारण बताओ नोटिस” जारी किया गया है।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी, उत्तर प्रदेश के कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार इन दलों ने न तो पिछले तीन वित्तीय वर्षों (2021-22, 2022-23 एवं 2023-24) की वार्षिक लेखा प्रतिवेदन प्रस्तुत किए हैं और न ही विभिन्न चुनावों में प्रतिभाग के बाद निर्धारित समयसीमा (विधानसभा चुनाव के मामले में 75 दिन और लोकसभा चुनाव के मामले में 90 दिन) के भीतर लेखा-जोखा आयोग को उपलब्ध कराया है।
जिन दलों को नोटिस भेजा गया है, उनके नाम इस प्रकार हैं:
1. भारतीय हरित पार्टी – निकट प्राकृतिक चिकित्सालय, मीरापुर रोड, जानसठ, मुजफ्फरनगर।
2. मजदूर किसान यूनियन पार्टी – 459/1 मौहल्ला बसन्त बिहार, पोस्ट-खास, जिला मुजफ्फरनगर।
कारण बताओ नोटिस के अनुसार संबंधित दलों को 3 अक्टूबर 2025 तक हलफनामा सहित लिखित प्रत्यावेदन व साक्ष्य मुख्य निर्वाचन अधिकारी, उत्तर प्रदेश, लखनऊ को प्रस्तुत करना होगा। इसके साथ ही मामले की सुनवाई 6 अक्टूबर 2025 को सुबह 10 बजे मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय, लखनऊ में होगी।
यदि निर्धारित समयसीमा तक कोई जवाब प्राप्त नहीं होता है, तो आयोग यह मान लेगा कि दल के पास कहने के लिए कुछ नहीं है। इसके बाद सुनवाई के पश्चात रिपोर्ट भारत निर्वाचन आयोग को भेज दी जाएगी। साथ ही स्पष्ट किया गया है कि सुनवाई में शामिल होने के लिए दलों के पदाधिकारियों को किसी प्रकार का यात्रा भत्ता देय नहीं होगा।