भारत-पाकिस्तान युद्ध पर फिर बोले ट्रंप, विपक्षी नेताओं को मिला मौका

नई दिल्ली | New Delhi: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर भारत-पाकिस्तान संबंधों को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) में कहा कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान समेत सात लंबित युद्धों को रोकवाया, जिसमें संयुक्त राष्ट्र ने मेरी कोई मदद नहीं की। ट्रंप के इस बयान का उद्देश्य वैश्विक शांति को दिखाना था, लेकिन भारत में राजनीतिक हलचल बढ़ गई।
वहीं, एनडीए के नेता और केंद्रीय मंत्री ट्रंप के इस बयान को खारिज कर रहे हैं। उनका कहना है कि भारत की विदेश नीति हमेशा से स्वतंत्र और संतुलित रही है और किसी विदेशी बयान से भारत की नीतियों या सुरक्षा पर असर नहीं पड़ता।
विशेषज्ञों का मानना है कि ट्रंप के बयान का राजनीतिक और कूटनीतिक महत्व दोनों हैं। जबकि वैश्विक मंच पर अमेरिका अपने प्रयासों का दिखावा कर रहा है, भारत में इसका राजनीतिकरण होना स्वाभाविक है।
सामाजिक और मीडिया प्लेटफॉर्म पर ट्रंप के बयान को लेकर तीखी बहस जारी है और विपक्षी नेताओं द्वारा इसे लेकर केंद्र सरकार पर दबाव बढ़ाया जा रहा है।
संबंधित खबरें
लेखक के बारे में

रॉयल बुलेटिन उत्तर भारत का प्रमुख हिंदी दैनिक है, जो पाठकों तक स्थानीय, क्षेत्रीय और राष्ट्रीय खबरें तेज़, सटीक और निष्पक्ष रूप में पहुँचाता है, हिंदी पत्रकारिता का एक भरोसेमंद मंच !